शनिवार के दिन किन चीजों से करें परहेज: शनि देव की कृपा पाने के उपाय

शनि दोषों से मुक्ति के लिए शनिवार का महत्व
शनि देव की उपासना का दिन
शनिवार का दिन भगवान शनि को समर्पित होता है। इस दिन का उद्देश्य मन और वातावरण की शुद्धि करना होता है। घर की सफाई, विशेषकर अंधेरे और अव्यवस्थित स्थानों की सफाई, सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करती है। काली दाल और आवारा कुत्तों को भोजन देने से शनि की चुनौतियों में कमी आती है। इस दिन शनि महाराज की उपासना से उनकी कृपा प्राप्त होती है।
शनि देव की कृपा से व्यक्ति की स्थिति में बदलाव आ सकता है। इसलिए, शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। शनिवार को शनि दोषों से मुक्ति के लिए सबसे उपयुक्त दिन माना जाता है। इस दिन तेल और तिल अर्पित करने के साथ-साथ पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना भी महत्वपूर्ण है।
अब जानते हैं कि शनिवार को किन चीजों को खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से शनि देव की नाराजगी हो सकती है।
शनिवार को खरीदने से बचने योग्य वस्तुएं
- तेल: शनिवार को सरसों का तेल खरीदना नहीं चाहिए। ऐसा करने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- जूते-चप्पल: इस दिन जूते-चप्पल खरीदने से शनि दोष लग सकता है, जिससे घर में अशांति और दरिद्रता आ सकती है।
- नमक: शनिवार को नमक खरीदना भी अशुभ माना जाता है, इससे आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- झाड़ू: झाड़ू खरीदना इस दिन अशुभ है। पुरानी झाड़ू को बाहर फेंकने से भी शनि देव नाराज हो सकते हैं।
- लोहा: इस दिन लोहा या इससे बनी वस्तुएं खरीदना भी नहीं चाहिए, क्योंकि इससे शनि देव की नाराजगी हो सकती है।