सावन के तीसरे सोमवार पर करें ये विशेष उपाय, मिलेगी धन और सुख-समृद्धि

सावन का तीसरा सोमवार और इसका महत्व
नई दिल्ली - हिंदू धर्म में सावन के सोमवार का व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस वर्ष सावन का तीसरा सोमवार 28 जुलाई को है। इस दिन विनायक चतुर्थी और रवि योग का विशेष संयोग है, जो इस दिन के महत्व को और बढ़ाता है। विनायक चतुर्थी का व्रत हर महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, और इसे भगवान श्रीगणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने का अद्भुत अवसर है। ज्योतिष के अनुसार, यह दिन भाग्य के उदय और इच्छाओं की पूर्ति के लिए बेहद शुभ है। यदि आप इस दिन कुछ विशेष उपाय करते हैं, तो आप कर्ज से मुक्ति पा सकते हैं और जीवन की बाधाओं को दूर कर सकते हैं, जिससे आपके भाग्य के दरवाजे खुल सकते हैं।
दीपदान का महत्व
दीपदान करें
तीसरे सावन सोमवार को शाम के समय पांच दीपक जलाकर शिव मंदिर या अपने घर में पंचमुखी शिव जी को अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन की सभी दिशाओं से सफलता प्राप्त होती है। इस दौरान नीचे दिए गए मंत्र का जाप करते रहें।
मंत्र:- ओम पंचवक्त्राय नमः
रूद्राष्टक का पाठ
रूद्राष्टक का पाठ
सावन के तीसरे सोमवार को स्नान करने के बाद किसी शांत स्थान पर बैठकर रूद्राष्टक स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इस दौरान अपने कष्टों की मनोकामना को ध्यान में रखते हुए पाठ करें।
बिल्वपत्र पर नाम लिखें
बिल्वपत्र पर नाम लिखें
इस दिन 11 बिल्वपत्र लेकर उन पर अपने या परिवार के सदस्यों के नाम लिखें। फिर इन्हें भगवान शिव को अर्पित करें। ऐसा करने से भोलेनाथ की अपार कृपा प्राप्त होती है। इस दौरान नीचे दिए गए मंत्र का जाप करते रहें।
मंत्र:- ओम त्र्यंबकाय नमः