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सावन पुत्रदा एकादशी 2025: संतान सुख के लिए विशेष अवसर

सावन पुत्रदा एकादशी 2025 का पर्व आज मनाया जा रहा है, जो संतान सुख की प्राप्ति के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन लक्ष्मी योग, मंगला गौरी व्रत और सिद्ध योग का संयोग बन रहा है, जो धन, वैवाहिक जीवन और मानसिक शांति के लिए लाभकारी है। जानें इस दिन क्या विशेष करना चाहिए और कैसे ये योग आपके जीवन में सकारात्मकता ला सकते हैं।
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सावन पुत्रदा एकादशी 2025: संतान सुख के लिए विशेष अवसर

पुत्रदा एकादशी का महत्व

Pausha Putrada Ekadashi 2025: आज 5 अगस्त, मंगलवार को सावन पुत्रदा एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन लोग संतान सुख की प्राप्ति के लिए व्रत रखते हैं। आज का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि नक्षत्रों की स्थिति इसे और भी लाभकारी बना रही है। ज्योतिष के अनुसार, लक्ष्मी योग, मंगला गौरी व्रत और सिद्ध योग का एक विशेष संयोग बन रहा है।


विशेष योग का प्रभाव

यह महत्वपूर्ण योग संतान, धन और वैवाहिक स्थिरता के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। यह संयोग न केवल संतान प्राप्ति में सहायक है, बल्कि धन, वैवाहिक जीवन और मानसिक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है।


लक्ष्मी योग की विशेषताएँ

लक्ष्मी योग: आज चंद्रमा सिंह राशि में और गुरु मेष राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस योग से धन-संपत्ति में वृद्धि और पारिवारिक सुख में इजाफा होता है। जिन दंपतियों को संतान सुख नहीं मिला है, उनके लिए यह योग विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


मंगला गौरी व्रत का महत्व

मंगला गौरी व्रत: आज मंगला गौरी व्रत भी है, जो विवाहित महिलाओं के लिए होता है। इस दिन महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत से संतान और सुहाग का आशीर्वाद एक साथ प्राप्त होता है।


सिद्ध योग का प्रभाव

सिद्ध योग: संतान की इच्छा रखने वाले दंपतियों के लिए यह योग अत्यंत प्रभावी साबित होगा। इस योग से मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्तर पर सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी। इस दिन आप गोपाल मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।


क्या करें इस दिन?

इस दिन क्या करें?

  • विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें
  • पीले फूल अर्पित करें
  • मंगला गौरी व्रत करके वस्त्र दान करें
  • गोपाल मंत्र का 108 बार जाप करें