सावन विनायक चतुर्थी व्रत का महत्व और पूजा विधि
सावन विनायक चतुर्थी व्रत का विशेष महत्व है, जो इस बार सावन सोमवार के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा से जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। जानें इस व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और पौराणिक कथा, जिससे आप इस अवसर का लाभ उठा सकें।
Jul 27, 2025, 12:24 IST
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सावन विनायक चतुर्थी का महत्व
हिंदू धर्म में सावन मास के दौरान विनायक चतुर्थी व्रत का विशेष महत्व है। इस महीने भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। इस वर्ष सावन का सोमवार और विनायक चतुर्थी एक साथ आ रहा है, जिससे इस अवसर पर भगवान गणेश और महादेव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। आइए जानते हैं सावन विनायक चतुर्थी व्रत का महत्व और पूजा विधि।
सावन विनायक चतुर्थी के बारे में जानकारी
सावन का महीना अत्यंत पवित्र माना जाता है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस दौरान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। सावन सोमवार का व्रत भी रखा जाता है। हर महीने विनायक चतुर्थी मनाई जाती है, लेकिन सावन में इसे विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा से साधक के जीवन में सुख और समृद्धि आती है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के बाद विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन साधक विशेष कामना के लिए व्रत रखते हैं। पंडितों के अनुसार, इस व्रत से सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
सावन विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस साल 24 जुलाई को हरियाली अमावस्या है, और इसके चार दिन बाद विनायक चतुर्थी आएगी। वैदिक पंचांग के अनुसार, 27 जुलाई को रात 10:41 बजे चतुर्थी की शुरुआत होगी और 28 जुलाई को रात 11:24 बजे समाप्त होगी। सूर्योदय से तिथि की गणना की जाती है, इसलिए 28 जुलाई को विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी।
सावन विनायक चतुर्थी व्रत का शुभ योग
सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर कई शुभ संयोग बनते हैं। इस दिन परिघ, हर्षण और रवि योग का संयोग है। हर्षण योग रात भर रहेगा, जबकि रवि योग शाम 5:35 बजे तक रहेगा। इन योगों में भगवान गणेश की पूजा करने से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
सावन विनायक चतुर्थी व्रत का महत्व
सावन माह में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। पंडितों के अनुसार, इस दिन गणेश जी की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यदि आप कोई शुभ कार्य करने की योजना बना रहे हैं, तो विनायक चतुर्थी का दिन सर्वोत्तम है। इस दिन व्रत रखने से माता पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद भी मिलता है।
सावन विनायक व्रत में चढ़ाएं ये भोग
पंडितों के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश को मोदक, बेसन के लड्डू या केला भोग के रूप में चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही सिंदूर, लाल फूल, नारियल, सुपारी और कलवा भी अर्पित करें। पूजा के दौरान 21 दूर्वा अर्पित करें और "श्री गणेशाय नमः" मंत्र का जाप करें।
सावन विनायक चतुर्थी व्रत की पौराणिक कथा
एक बार भगवान शिव और माता पार्वती नर्मदा नदी के किनारे चौपड़ खेल रहे थे। खेल में हार-जीत का निर्णय करने के लिए भगवान शिव ने एक बालक को बनाया। बालक ने हर बार शिवजी को विजयी घोषित किया, जिससे माता पार्वती क्रोधित हो गईं। उन्होंने बालक को लंगड़ा होने का श्राप दिया। बालक ने विनायक चतुर्थी का व्रत किया और गणेश जी प्रसन्न हुए, जिससे उसे श्राप से मुक्ति मिली। यह व्रत सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना जाता है।
सावन विनायक चतुर्थी व्रत पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के उपाय
इस दिन बड़ों का अनादर न करें और नकारात्मक विचारों से दूर रहें। तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन न करें। शांत मन से पूजा करें और महादेव तथा माता पार्वती की भी पूजा करें, जिससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।