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सुबह की ज्योतिष टिप्स: दिन को शुभ बनाने के लिए 5 गलतियों से बचें

सुबह का समय दिन की शुरुआत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कुछ गलतियों से बचकर आप अपने दिन को शुभ बना सकते हैं। जानें कि कैसे देर तक बिस्तर पर लेटना, नकारात्मक बातें करना, बिना स्नान पूजा करना, सुबह झगड़ा करना और पूजा या मंत्र जप छोड़ना आपके दिन को प्रभावित कर सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इन 5 गलतियों से कैसे बचें ताकि आपका दिन सकारात्मक और सफल हो।
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सुबह की ज्योतिष टिप्स: दिन को शुभ बनाने के लिए 5 गलतियों से बचें

सुबह की ज्योतिष टिप्स नई दिल्ली |

सुबह का समय दिन का सबसे पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। वैदिक ज्योतिष और शास्त्रों जैसे स्कंद पुराण, मनुस्मृति और गरुड़ पुराण के अनुसार, ब्रह्ममुहूर्त, यानी सूर्योदय से पहले का समय, ध्यान, साधना और शुभ कार्यों के लिए सबसे उपयुक्त होता है।


देर तक बिस्तर पर लेटना

मनुस्मृति और स्कंद पुराण के अनुसार, ब्रह्ममुहूर्त में न उठने वाला व्यक्ति आलस्य और नकारात्मकता का शिकार हो जाता है। बिस्तर पर देर तक लेटे रहने से शनि का नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है, जिससे दिन सुस्त और तनावपूर्ण हो सकता है। ज्योतिष में शनि को आलस्य और देरी का कारक माना जाता है, इसलिए सुबह जल्दी उठकर दिन की शुरुआत सकारात्मकता से करें।


नकारात्मक बातें करना

स्कंद पुराण के अनुसार, सुबह का समय सात्विक विचारों और भक्ति के लिए होता है। यदि आप सुबह नकारात्मक बातें, गपशप या क्रोध भरी चर्चाएं करते हैं, तो चंद्रमा और गुरु का प्रभाव कमजोर हो जाता है, जबकि राहु का प्रभाव बढ़ता है। इससे दिनभर मानसिक अशांति और रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो सकता है। सुबह शांत और सकारात्मक माहौल बनाए रखें।


बिना स्नान किए पूजा या भोजन

गरुड़ पुराण में सुबह स्नान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया है। बिना स्नान किए पूजा, भोजन या चाय-कॉफी लेना शरीर और आत्मा की शुद्धता को हानि पहुंचाता है। यह शनि और राहु के नकारात्मक प्रभाव को बढ़ाता है, जिससे दिन अशुभ हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार, स्नान चंद्रमा और शुक्र की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है, इसलिए सुबह स्नान अवश्य करें।


सुबह झगड़ा करना

वास्तु शास्त्र और स्कंद पुराण के अनुसार, सुबह का समय घर में शांति और सात्विकता बनाए रखने का होता है। सुबह-सुबह झगड़ा, गाली-गलौज या ऊंची आवाज में बहस करने से मंगल और राहु का नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है। यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और दिनभर तनाव, असफलता और रिश्तों में खटास लाता है। सुबह शांत और सौम्य व्यवहार करें।


पूजा या मंत्र जप छोड़ना

स्कंद पुराण और वैदिक ज्योतिष में सुबह की पूजा और मंत्र जप को दिन की शुभता का आधार माना गया है। यदि आप सुबह पूजा या मंत्र जप छोड़ देते हैं, तो गुरु और सूर्य का सकारात्मक प्रभाव कमजोर हो जाता है, और शनि या राहु का प्रभाव बढ़ सकता है। इससे दिनभर बाधाएं, मानसिक अशांति और कार्यों में देरी हो सकती है। सुबह कुछ समय भक्ति के लिए अवश्य निकालें।