सुरेश चौधरी को मिला राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ औषधि नियंत्रण अधिकारी का पुरस्कार

सुरेश चौधरी का सम्मान
जींद जिले के जामनी गांव से ताल्लुक रखने वाले सुरेश चौधरी, जो पंचकूला में सीनियर औषधि नियंत्रण अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं, को हैदराबाद में आयोजित एक समारोह में 'राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ औषधि नियंत्रण अधिकारी' का पुरस्कार मिला। यह पुरस्कार उन्हें ड्रग नियंत्रण में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया है।
पुरस्कार की मान्यता
इस पुरस्कार का वितरण फार्मेक्सिल कंपनी के चेयरमैन निमित जोशी, पूर्व डीसीजीआई जीएन सिंह और जेडीसीआई सीडीएससीओ रंगा चंद्रा शेखर ने किया। सुरेश चौधरी ने हिसार में रहते हुए 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' और एनडीपीएस एक्ट के मामलों में उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिससे जींद जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन हुआ है।
नकली सैनेटाइजर पर कार्रवाई
कोविड-19 के दौरान, सुरेश चौधरी ने नकली सैनेटाइजर के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज करवाई, जिससे उनकी पहचान बनी। 2012-13 में जींद में तैनाती के दौरान, उन्होंने दवा की दुकानों के बाहर दवाइयों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ग्लास और एल्युमिनियम के गेट लगाए।
कोविड महामारी में योगदान
कोविड महामारी के दौरान, उन्होंने मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान में भी सराहनीय कार्य किया, जिसके लिए उन्हें कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया।