सोनीपत में प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए 'ट्री मैन' का प्रयास

हरियाली की ओर कदम बढ़ाते 'ट्री मैन'
पर्यावरण संरक्षण: हरियाली का संदेश: 'ट्री मैन' की कोशिशें सोनीपत को बनाएंगी प्रदूषण मुक्त: स्वच्छ हवा और हरियाली का सपना अब हकीकत की ओर बढ़ रहा है, और इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं पर्यावरण प्रेमी देवेंद्र सूरा, जिन्हें लोग प्यार से 'ट्री मैन' के नाम से जानते हैं।
हरियाणा के विभिन्न जिलों में 26 ऑक्सीजन बाग लगाकर पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश करने वाले देवेंद्र अब सोनीपत को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि शहर के हर कोने में हरे-भरे पेड़-पौधे हों, जो न केवल हवा को शुद्ध करें, बल्कि लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक भी करें।पर्यावरण संरक्षण
देवेंद्र सूरा का पर्यावरण के प्रति यह जुनून कोई नई बात नहीं है। 2014 से वह लगातार पौधरोपण के माध्यम से प्रकृति की रक्षा कर रहे हैं। सोनीपत के सेक्टर-23 में उनके द्वारा लगाए गए 11,000 से अधिक पौधे अब एक हरे-भरे जंगल का रूप ले चुके हैं।
इस क्षेत्र में पक्षियों की चहचहाहट और हरियाली की छांव न केवल स्थानीय लोगों को सुकून देती है, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित भी करती है। देवेंद्र का कहना है कि उनका लक्ष्य केवल पौधे लगाना नहीं, बल्कि लोगों में प्रकृति के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी का भाव जगाना है।
उनके इस नेक कार्य में कई युवा साथी उनका साथ दे रहे हैं। देवेंद्र ने अब तक 2.16 लाख से ज्यादा पौधे लगाए हैं, जिनमें से कई आज फल-फूल रहे हैं। खास बात यह है कि वह अपनी पूरी कमाई इस मिशन में लगा देते हैं, जबकि उनके परिवार का खर्च उनके पिता, जो सेना से सेवानिवृत्त हैं, उठाते हैं।
उनकी प्रेरणा से हजारों युवा आज पर्यावरण प्रहरी बन चुके हैं। सोनीपत के साथ-साथ झज्जर, करनाल, महेंद्रगढ़ और चरखी दादरी जैसे जिलों में भी उनके द्वारा लगाए गए ऑक्सीजन बाग आज हरियाली का प्रतीक बन चुके हैं।
देवेंद्र का अगला लक्ष्य दिल्ली की तर्ज पर सोनीपत में घने वन क्षेत्र का निर्माण करना है। इसके लिए वह नगर निगम की खाली जमीनों पर पौधरोपण की योजना बना रहे हैं।
तत्कालीन निगमायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने भी इस पहल का समर्थन किया था। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए देवेंद्र का मानना है कि सोनीपत को हरा-भरा बनाना समय की मांग है। वह कहते हैं, “हर पौधा एक नई जिंदगी है, और हर जिंदगी स्वच्छ हवा का हकदार है।” उनकी यह सोच और मेहनत न केवल पर्यावरण को बल्कि समाज को भी एक नई दिशा दे रही है।