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हरियाली तीज 2025: व्रत टूटने पर करें ये उपाय

हरियाली तीज 2025 का व्रत रखने वाली महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए इस दिन उपवास करती हैं। हालांकि, कई बार व्रत टूटने की स्थिति में महिलाएं चिंतित हो जाती हैं। इस लेख में जानें कि यदि आपका व्रत गलती से टूट जाए तो आप क्या उपाय कर सकती हैं। देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा के साथ व्रत दोष से बचने के सरल तरीके भी यहां बताए गए हैं।
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हरियाली तीज 2025: व्रत टूटने पर करें ये उपाय

हरियाली तीज 2025 व्रत उपाय

हरियाली तीज 2025 व्रत उपाय: हर वर्ष, बड़ी संख्या में विवाहित महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए हरियाली तीज का व्रत करती हैं। इसके साथ ही, अविवाहित कन्याएं भी योग्य जीवनसाथी की तलाश में इस व्रत को रखती हैं। यह व्रत कठिन होता है क्योंकि इसमें अन्न और जल दोनों का सेवन वर्जित होता है, यानी यह निर्जला उपवास होता है। कई बार महिलाएं इस व्रत को पूरा नहीं कर पाती हैं और बीच में कुछ खा लेती हैं। यदि आपसे भी हरियाली तीज का व्रत टूट जाए तो चिंता न करें, क्योंकि कुछ उपायों से आप व्रत दोष से बच सकती हैं।


हरियाली तीज 2025 की तिथि

हरियाली तीज 2025 में कब है?

द्रिक पंचांग के अनुसार, 2025 में सावन माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 26 जुलाई से 27 जुलाई की रात तक रहेगी। इस आधार पर, 27 जुलाई 2025, रविवार को हरियाली तीज का व्रत मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा के लिए सुबह 04:31 से 05:15 और शाम 06:45 से 07:30 तक शुभ मुहूर्त है।


व्रत टूटने पर क्या करें?

हरियाली तीज व्रत टूट जाए तो क्या करें?

  • यदि गलती से हरियाली तीज का व्रत टूट जाता है, तो व्रत दोष लगता है। इससे बचने के लिए सबसे पहले देवी पार्वती और भगवान शिव से माफी मांगें और कहें कि आगे से ऐसा नहीं होगा। फिर विधिपूर्वक पूजा करें और अगले दिन व्रत का पारण करें। ऐसा करने से आप व्रत दोष से बच सकती हैं।
  • यदि व्रत टूट गया है, तो मिट्टी से भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्ति बनाएं। मूर्तियों को पंचामृत से स्नान कराएं, वस्त्र पहनाएं और श्रृंगार करें। फिर फूल, फल, चावल और मिठाई अर्पित करें। अपनी गलती के लिए माफी मांगें और रात में विधिपूर्वक व्रत का पारण करें।
  • व्रत दोष से बचने के लिए दान करना भी शुभ होता है। यदि व्रत टूट गया है, तो सच्चे मन से 07 विवाहित महिलाओं को एक-एक सुहाग की वस्तुएं उपहार दें और भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करें। ऐसा करने से आपको व्रत खंडित का पाप नहीं लगेगा।