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जेम्स वॉटसन का निधन: डीएनए संरचना के सह-खोजकर्ता का 97 वर्ष की आयु में निधन

जेम्स वॉटसन, जो डीएनए की द्वि-हेलिक्स संरचना की खोज के लिए प्रसिद्ध थे, का निधन 97 वर्ष की आयु में हुआ। उनकी पूर्व प्रयोगशाला ने इस दुखद समाचार की पुष्टि की। वॉटसन ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण शोध किए, लेकिन नस्लवादी टिप्पणियों के कारण उन्हें आलोचना का सामना भी करना पड़ा। जानें उनके जीवन और कार्य के बारे में अधिक जानकारी।
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जेम्स वॉटसन का निधन: डीएनए संरचना के सह-खोजकर्ता का 97 वर्ष की आयु में निधन

जेम्स वॉटसन का निधन


  • कोल्ड स्प्रिंग हार्बर से मिली जानकारी


नोबेल पुरस्कार विजेता जेम्स वॉटसन का निधन हो गया है। उनकी उम्र 97 वर्ष थी। यह जानकारी उनकी पूर्व प्रयोगशाला कोल्ड स्प्रिंग हार्बर ने साझा की। वॉटसन को डीएनए की द्वि-हेलिक्स संरचना की खोज में उनके योगदान के लिए जाना जाता है, लेकिन उनके करियर पर नस्लवादी टिप्पणियों के कारण धब्बा लगा।


अंतिम समय न्यूयॉर्क में

प्रयोगशाला ने बताया कि वॉटसन ने न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड स्थित धर्मशाला में अंतिम सांस ली। उन्होंने अपना अधिकांश करियर यहीं बिताया। 1953 में, उन्होंने अपने शोध साथी फ्रांसिस क्रिक के साथ मिलकर डबल हेलिक्स की खोज की, जिससे वे 20वीं सदी के सबसे प्रसिद्ध वैज्ञानिकों में से एक बन गए।


1962 का नोबेल पुरस्कार

जेम्स वॉटसन ने अपने काम के लिए 1962 का नोबेल पुरस्कार फ्रांसिस क्रिक और मौरिस विल्किंस के साथ साझा किया। यह शोध आधुनिक जीव विज्ञान की नींव रखता है और आनुवंशिक कोड तथा प्रोटीन संश्लेषण में नई अंतर्दृष्टियों का मार्ग प्रशस्त करता है। इसने चिकित्सा, फोरेंसिक और आनुवंशिकी में कई क्रांतिकारी तकनीकों को जन्म दिया।


मानव जीनोम पर कार्य

वॉटसन ने कैंसर अनुसंधान और मानव जीनोम के मानचित्रण में महत्वपूर्ण कार्य किया। हालांकि, उनके विवादास्पद बयानों के कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जिसमें यह भी शामिल था कि अफ्रीकी लोग गोरे लोगों की तुलना में कम बुद्धिमान होते हैं।