अक्टूबर में ग्रहों के परिवर्तन का प्रभाव: जानें आपकी राशि पर क्या होगा असर

ग्रहों का राशि परिवर्तन और इसका महत्व
ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। ग्रहों की गति और उनके गुण व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं। ग्रह नियमित अंतराल पर अपनी चाल बदलते हैं, जिससे वे एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। जब ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं, तो इसका व्यापक प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ता है। हर महीने कई ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है। जयपुर जोधपुर के पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार, अक्टूबर में 5 ग्रह अपनी राशि बदलेंगे, जिनमें बुध, गुरु, मंगल, शुक्र और सूर्य शामिल हैं।
बुध का तुला राशि में गोचर
डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध ग्रह को तटस्थ ग्रह माना जाता है, जो वाणी, संचार और व्यापार का कारक है। बुध के शुभ प्रभाव से शिक्षा, गणित, लेन-देन, निवेश और व्यापार में लाभ होता है। 3 अक्टूबर को बुध तुला राशि में सुबह 3:43 पर प्रवेश करेंगे, जिससे तुला राशि वालों को लाभ होगा और रुके हुए काम पूरे होंगे।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर
9 अक्टूबर को शुक्र ग्रह कन्या राशि में सुबह 10:47 पर गोचर करेंगे। शुक्र को सुख और समृद्धि का ग्रह माना जाता है, जिसका प्रभाव इनकम, खर्च और शारीरिक सुख-सुविधाओं पर पड़ता है। इसके अशुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
सूर्य का तुला राशि में प्रवेश
17 अक्टूबर को सूर्य तुला राशि में दोपहर 1:45 पर प्रवेश करेंगे। सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है, और इसका प्रभाव समाज में मान-सम्मान और यश में वृद्धि करता है। हालांकि, तुला राशि में सूर्य का गोचर जातक के लिए प्रतिकूल हो सकता है।
गुरु का कर्क राशि में गोचर
18 अक्टूबर को गुरु ग्रह कर्क राशि में सुबह 10:45 पर गोचर करेंगे। गुरु का यह गोचर 5 दिसंबर 2025 तक रहेगा।
बुध का वृश्चिक में प्रवेश
24 अक्टूबर को बुध वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, जो आर्थिक दृष्टि से विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर
27 अक्टूबर को मंगल वृश्चिक राशि में दोपहर 3:41 पर प्रवेश करेंगे। यह गोचर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
ग्रहों के गोचर का प्रभाव
ग्रहों के इस परिवर्तन से व्यापार में तेजी आएगी, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं की संभावना भी बढ़ेगी।
उपाय
हनुमान जी की आराधना और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।