गुरु उदय 2025: शुभ कार्यों की शुरुआत का समय

गुरु उदय 2025:
गुरु उदय 2025: गुरु ग्रह को अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार, जब गुरु अस्त होते हैं, तब कई शुभ कार्यों में रुकावट आती है। इस दौरान विवाह, आर्थिक और धार्मिक बाधाएं उत्पन्न होती हैं। लेकिन अब यह स्थिति बदलने वाली है, क्योंकि गुरु ग्रह उदय होने जा रहा है, जिसके बाद ज्ञान, विवाह, धर्म और संतान जैसे सभी शुभ कार्य फिर से शुरू होंगे और फलदायक साबित होंगे।
2025 में गुरु उदय का समय
वास्तव में, जुलाई 2025 का महीना महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा, क्योंकि 9 जून को अस्त हुए देव गुरु बृहस्पति 9 जुलाई 2025 को पूरी तरह से उदय होंगे। गुरु उदय का यह समय श्रावण मास में पड़ता है, जब भगवान शिव भी पृथ्वी पर आते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
गुरु उदय की तिथि और समय
गुरु उदय की तिथि और समय क्या है?
गुरु उदय की तिथि- 9 जुलाई 2025
गुरु उदय का समय- सुबह 08:14 बजे
गुरु उदय के बाद के शुभ कार्य
गुरु उदय के बाद कौन से कार्य करना अच्छा रहेगा?
गुरु के उदय के साथ कई शुभ कार्य फिर से शुरू होते हैं, जैसे विवाह, सगाई, मुंडन, संपत्ति का क्रय-विक्रय, नया व्यवसाय या निवेश, मंत्र दीक्षा और धार्मिक अनुष्ठान।
लाभ पाने वाली राशियाँ
गुरु उदय के बाद किन राशियों को होगा लाभ?
गुरु का गोचर मिथुन राशि में हुआ है, और अब गुरु का उदय कुछ राशियों के लिए विशेष लाभकारी होगा। आइए जानते हैं कौन सी राशियाँ हैं और उन्हें क्या लाभ होगा।
मेष राशि के लिए लाभ:
- करियर में नई शुरुआत
- विवाह के योग बनेगा
- निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी।
सिंह राशि के लिए लाभ:
- जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा
- संतान से जुड़ी समस्याएँ हल होंगी
- रुका हुआ धन वापस आ सकता है
धनु राशि के लिए लाभ:
- नई यात्रा का योग बन सकता है
- आर्थिक लाभ संभव है
- गुरु की कृपा बनी रहेगी
कर्क, मकर, और मीन राशियों के लिए लाभ:
- धार्मिक आस्था में वृद्धि हो सकती है
- मानसिक शांति मिलेगी
- रोग से राहत मिल सकती है
गुरु उदय के बाद क्या करें?
गुरु उदय के बाद क्या करें?
गुरु उदय के बाद गुरु कृपा पाने के लिए कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं।
- गुरुवार को पूजा करें और व्रत रखें, साथ ही पीली वस्तु का दान करें
- पीपल और केले के वृक्ष की सेवा करें
- गुरुवार के व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें और संयमित आहार पर ध्यान दें