भारतीय तटरक्षक बल का योग संगम: 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन

योग संगम: तटरक्षक बल की स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता
योग संगम: भारतीय तटरक्षक बल (ICG) 21 जून 2025 को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन कर रहा है, जो जवानों की शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय की थीम 'एक धरती, एक स्वास्थ्य के लिए योग' के अनुरूप है, जो विभिन्न संस्कृतियों और पेशों में समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का संदेश देता है।
योग जागरूकता कार्यक्रम का एक महीना
कमांडेंट अमित उनियाल ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम से पहले, भारतीय तटरक्षक बल ने देशभर में अपने सभी स्टेशनों पर एक महीने तक योग जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया। ये कार्यक्रम ब्रह्माकुमारीज, हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट और ईको योगा स्कूल्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के सहयोग से आयोजित किए गए। विशेष रूप से, सुदर्शन सेतु पर एक विशेष सत्र ने पारंपरिक और आधुनिक विकास के समागम को प्रदर्शित किया।
कर्मियों और उनके परिवारों की भागीदारी
कमांडेंट अमित उनियाल ने कहा कि इन कार्यक्रमों में हजारों तटरक्षक कर्मियों और उनके परिवारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी सत्रों का संचालन प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों द्वारा किया गया, जिसमें आसन, प्राणायाम और ध्यान तकनीकों का समावेश था। इन सत्रों का उद्देश्य शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को एक समग्र दृष्टिकोण से सुदृढ़ करना था।
नोएडा में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन
मुख्य कार्यक्रम दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के कोस्ट गार्ड कॉम्प्लेक्स, सेक्टर 24, नोएडा में योग वंदना इंस्टिट्यूट के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक परमेश शिवमणि करेंगे। साथ ही, देशभर के सभी तटरक्षक स्टेशनों पर एक साथ योग सत्र आयोजित किए जाएंगे।
विशेषज्ञों के साथ योग अभ्यास
नोएडा के मुख्य कार्यक्रम में योग वंदना इंस्टिट्यूट के प्रशिक्षक अपनी टीम के साथ उपस्थित रहेंगे, जो प्रतिभागियों को योग की गहराई और दर्शन का अनुभव प्रदान करेंगे। यह सत्र केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और अनुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
तटरक्षक बल की स्वास्थ्य और अनुशासन के प्रति प्रतिबद्धता
योग संगम केवल योग दिवस का उत्सव नहीं है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण है कि भारतीय तटरक्षक बल अपने कर्मियों और उनके परिवारों में स्वास्थ्य, अनुशासन और मानसिक सजगता की संस्कृति को निरंतर प्रोत्साहित करता है।