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वाराणसी: भगवान शिव की नगरी में घूमने की बेहतरीन जगहें

वाराणसी, जिसे भगवान शिव की नगरी कहा जाता है, एक अद्भुत शहर है जो अपने भव्य मंदिरों और घाटों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की सुबह का नजारा, काशी विश्वनाथ मंदिर, और विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती जैसे अनुभव आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे। इस लेख में हम वाराणसी की प्रमुख जगहों और उनके महत्व के बारे में चर्चा करेंगे, ताकि आप अपनी यात्रा को और भी यादगार बना सकें।
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वाराणसी: भगवान शिव की नगरी में घूमने की बेहतरीन जगहें

वाराणसी का अद्भुत सौंदर्य

गंगा नदी के किनारे बसा वाराणसी एक अत्यंत आकर्षक शहर है। इसे भगवान शिव की नगरी के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां हर कण में महादेव का वास है। काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग की प्रसिद्धि पूरे विश्व में फैली हुई है। वाराणसी अपने भव्य मंदिरों, घाटों और अन्य प्रसिद्ध स्थलों के लिए जाना जाता है।


पर्यटकों की भीड़

यहां हर साल लाखों लोग आते हैं। वाराणसी केवल भारतीयों के लिए ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफी लोकप्रिय है। यदि आप वाराणसी की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम आपको यहां की कुछ प्रमुख जगहों के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही, वाराणसी आने पर गंगा आरती में शामिल होना न भूलें।


सुबह-ए-बनारस

सुबह-ए-बनारस

वाराणसी की सुबह का दृश्य अद्भुत होता है। सुबह जल्दी उठकर किसी घाट पर बैठकर सूर्योदय का नजारा देखना मन को शांति प्रदान करता है। गंगा नदी, नारंगी-पीला सूरज और घाट का सौंदर्य इतना मनमोहक होता है कि ऐसा दृश्य कहीं और नहीं देखने को मिलता।


काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसका उल्लेख महाभारत और उपनिषदों में भी मिलता है। इस मंदिर की मान्यता इतनी गहरी है कि भगवान शिव में आस्था रखने वाले लोग जीवन में एक बार यहां दर्शन के लिए अवश्य आते हैं। इसलिए, जब भी आप वाराणसी आएं, काशी विश्वनाथ के दर्शन करना न भूलें।


गंगा आरती का अनुभव

गंगा आरती

वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। कहा जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने यहां दशाश्वमेध यज्ञ किया था। गंगा आरती देखना एक अद्वितीय अनुभव है, जिसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता। यदि आप वाराणसी जा रहे हैं, तो गंगा आरती अवश्य देखें।


संकट मोचन हनुमान मंदिर

संकट मोचन हनुमान मंदिर

वाराणसी के अस्सी घाट पर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर का निर्माण स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय ने 1900 के दशक में करवाया था। यह मंदिर भगवान श्रीराम और हनुमान जी को समर्पित है। वाराणसी आने वाला हर व्यक्ति इस मंदिर के दर्शन अवश्य करता है। यहां चढ़ाए जाने वाले लड्डू स्थानीय लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध हैं।


सारनाथ की यात्रा

सारनाथ

वाराणसी से सारनाथ की दूरी लगभग 10 किमी है। भगवान बुद्ध ने बोधगया में ज्ञान प्राप्त करने के बाद अपना पहला उपदेश यहीं दिया था। बौद्ध धर्म के अनुयायी अक्सर यहां आते हैं। सारनाथ में मंदिर, संग्रहालय, स्तूप और भारत का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ भी स्थित हैं। यहां की यात्रा से आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है।