वृंदावन में संतों का भावुक मिलन: प्रेमानंद महाराज और राजेंद्र दास जी का अद्भुत क्षण

संतों का अद्भुत मिलन
सीकर/वृंदावन: संतों की असली महिमा उनकी बाहरी चमक में नहीं, बल्कि उनके विनम्र हृदय में होती है। हाल ही में वृंदावन में इस बात का एक जीवंत उदाहरण देखने को मिला, जब रैवासा पीठ के प्रमुख राजेंद्र दास जी महाराज, वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज से मिले। इस आध्यात्मिक मिलन का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, यह भावुक मुलाकात श्रीराधाहित केलीकुंज में हुई। जैसे ही प्रेमानंद महाराज ने राजेंद्र दास जी को देखा, वे अस्वस्थ होने के बावजूद उन्हें सम्मान देने के लिए दरवाजे तक पहुंचे। उन्होंने करुणा से भरे नेत्रों के साथ रैवासा पीठाधीश्वर को दंडवत प्रणाम किया। यह देखकर राजेंद्र दास जी भी भावुक हो गए और उन्होंने भी प्रेमानंद महाराज को दंडवत प्रणाम किया।
इसके बाद जो हुआ, उसने वहां उपस्थित सभी भक्तों को भावुक कर दिया। संत प्रेमानंद ने राजेंद्र दास महाराज को अपने आसन पर बिठाया, उनके चरण धोए और गुरु वंदना की।
इसके बाद दोनों संतों ने सत्संग किया। प्रेमानंद महाराज ने रैवासापीठ के संस्थापक अग्रदेवाचार्य और गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित विनय पत्रिका के पद सुनाए। इस दौरान प्रेमानंद महाराज के मना करने पर भी, राजेंद्र दास जी जमीन पर हाथ जोड़कर अंर्तभाव से बैठे रहे। इस दृश्य ने सभी भक्तों को भावुक कर दिया।
भेंट के दौरान, प्रेमानंद महाराज के अनुरोध पर राजेंद्र दास जी ने भी विनय पत्रिका की चौपाई 'प्रिय राम नाम तें जाहि न रामों' और रैवासा पीठ के संस्थापक का पद 'प्यारी तेरे नैना' गाकर सुनाया।
संतों का यह मिलन वीडियो प्रेमानंद महाराज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल 'भजन मार्ग' पर भी साझा किया गया है। यह वीडियो इतनी तेजी से वायरल हुआ कि एक दिन में ही इसे लगभग 10 लाख लोगों ने देखा। अब तक इसे 14 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। कमेंट बॉक्स में लोग दोनों संतों की विनम्रता की प्रशंसा कर रहे हैं। इसके अलावा, इंस्टाग्राम पर भी इस मिलन की रील वायरल हो रही है।