सावन का पवित्र महीना: महादेव की कृपा पाने का सुनहरा अवसर

सावन का आगमन और महादेव की आराधना
भक्ति और श्रद्धा का पवित्र महीना सावन, एक बार फिर महादेव के भक्तों के लिए आ रहा है। यह अवधि 21 जुलाई, 2025 से शुरू होकर 19 अगस्त, 2025 तक चलेगी। इस बार सावन का पहला दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सोमवार को पड़ रहा है। शिव भक्तों के लिए यह दिन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक सुनहरा अवसर है। यदि आप भी महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो पहले दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त और विधि जानना आवश्यक है।सावन के पहले दिन (21 जुलाई, 2025) पूजा के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:09 बजे से 04:51 बजे तक। यह समय पूजा-अर्चना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:51 बजे तक। यह दिन का सबसे शुभ मुहूर्त है।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:37 बजे से शाम 03:30 बजे तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:05 बजे से 07:25 बजे तक।
अमृत काल: रात 08:21 बजे से 09:59 बजे तक।
महादेव को प्रसन्न करने के लिए, सावन के पहले सोमवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें। शिव मंदिर जाकर या घर पर शिवलिंग की स्थापना कर पूजा आरंभ करें। महादेव को गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर और गन्ने के रस से अभिषेक करें। उन्हें बेलपत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र, सफेद फूल और चंदन अर्पित करें। धूप-दीप जलाकर शिव चालीसा या शिव मंत्रों का जाप करें। अंत में आरती करके भगवान शिव से अपनी इच्छाओं की पूर्ति का आशीर्वाद मांगें।
कहा जाता है कि इस दौरान भगवान शिव धरती पर निवास करते हैं और अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं। तो इस सावन के पहले सोमवार को महादेव की भक्ति में लीन होकर उनके अलौकिक आशीर्वाद को प्राप्त करें!