सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: त्रिग्रही योग और डबल राजयोग का प्रभाव

सूर्य का गोचर और उसके प्रभाव
सूर्य का गोचर: द्रिक पंचांग के अनुसार, रविवार 15 जून, 2025 को सुबह 6:52 बजे सूर्य वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं। सूर्यदेव इस राशि में एक महीने तक रहेंगे। इस दौरान सूर्य की युति बुध और गुरु के साथ हो रही है, जिससे त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा, बुध के साथ सूर्य की युति से बुधादित्य योग और गुरु के साथ उनकी युति से गुरु-आदित्य योग का भी निर्माण हो चुका है।
डबल राजयोग का राशियों पर प्रभाव
ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन शांडिल्य के अनुसार, मिथुन राशि में ऐसा संयोग 12 साल बाद बन रहा है। सूर्य 16 जुलाई तक मिथुन राशि में रहेंगे, जिससे गुरु आदित्य योग 16 जुलाई तक बना रहेगा। वहीं, बुधादित्य योग 22 जून तक प्रभावी रहेगा, क्योंकि इसके बाद बुध कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि के लिए यह गोचर विशेष रूप से शुभ है, क्योंकि सूर्य इस राशि के स्वामी हैं। त्रिग्रही योग से आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में वृद्धि होगी। बुधादित्य योग से बुद्धि तेज होगी और उच्च पदों पर संपर्क बढ़ेगा। गुरु-आदित्य योग से करियर में अद्भुत अवसर मिल सकते हैं।
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि के जातकों के लिए गुरु की भूमिका महत्वपूर्ण है। त्रिग्रही योग से प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के संकेत हैं। विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा की योजनाएं अब साकार हो सकती हैं। गुरु-आदित्य योग से भाग्य का साथ मिलेगा और लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए यह समय कार्यक्षेत्र में उन्नति का है। त्रिग्रही योग से करियर में नई ऊंचाइयों को छूने का अवसर मिलेगा। बुधादित्य योग से निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी और गुरु-आदित्य योग से उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा।