BCCI की नाराजगी: Duleep Trophy में प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति पर उठे सवाल

Duleep Trophy में खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया पर विवाद
Duleep Trophy: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने डूलीप ट्रॉफी के लिए दक्षिण क्षेत्र की टीम में कुछ प्रमुख खिलाड़ियों जैसे केएल राहुल, मोहम्मद सिराज, वॉशिंगटन सुंदर, प्रसिद्ध कृष्णा और साई सुदर्शन को शामिल न करने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। यह टूर्नामेंट 28 अगस्त से बेंगलुरु में शुरू हो रहा है और इसे घरेलू खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।
BCCI ने सभी राज्य संघों को भेजा ईमेल
BCCI के क्रिकेट ऑपरेशंस के जनरल मैनेजर अबे कुरुविला ने इस मुद्दे पर ज़ोनल संयोजकों और सभी राज्य संघों को एक ईमेल भेजकर निर्देश दिया है कि सभी उपलब्ध भारतीय खिलाड़ियों को उनकी ज़ोनल टीम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने लिखा, "डूलीप ट्रॉफी की प्रतिष्ठा बनाए रखने और प्रतियोगिता के स्तर को ऊंचा रखने के लिए यह आवश्यक है कि सभी उपलब्ध भारतीय खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भाग लें।"
IPL को प्राथमिकता देने पर पहले भी जताई थी चिंता
BCCI ने पहले ही स्पष्ट किया है कि सेंट्रली कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंटों में भाग लें, ताकि घरेलू क्रिकेट को मजबूती मिल सके। बोर्ड ने आईपीएल को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों को लेकर पहले ही चेतावनी दी थी और जनवरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद घरेलू कैलेंडर को प्राथमिकता देने की बात दोहराई गई थी।
क्या टीम में होगा बदलाव? तस्वीर स्पष्ट नहीं
हालांकि BCCI का यह निर्देश साउथ ज़ोन की टीम की घोषणा के बाद आया है, ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि चयनकर्ता अब टीम में बदलाव करेंगे या नहीं। वर्तमान में तिलक वर्मा को साउथ ज़ोन की कप्तानी सौंपी गई है, लेकिन टीम में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की कमी बनी हुई है।
दूसरे स्टार खिलाड़ी खेलेंगे टूर्नामेंट
जहां दक्षिण क्षेत्र की टीम में बड़े नाम शामिल नहीं हैं, वहीं शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह और श्रेयस अय्यर जैसे कई प्रमुख खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में अपने-अपने ज़ोन का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे।
घरेलू खिलाड़ियों की चिंता...
कई राज्य संघों ने यह भी चिंता जताई है कि यदि सेंट्रली कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ियों को सीधे टीम में शामिल किया गया, तो सीजन भर अच्छा प्रदर्शन करने वाले रणजी ट्रॉफी खिलाड़ियों के मौके कम हो जाएंगे। कुछ का मानना है कि भारत A टूर या बोर्ड प्रेसिडेंट्स इलेवन जैसे प्लेटफॉर्म अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
BCCI का स्पष्ट संदेश, घरेलू खेल में भाग लेना अनिवार्य
फिर भी, BCCI ने दोहराया है कि जो खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में चयनित होना चाहते हैं, उन्हें घरेलू टूर्नामेंटों में भाग लेना जरूरी है। केवल कोच और चयन समिति की स्वीकृति के बाद, और "वैध कारणों" के आधार पर ही किसी को छूट मिल सकती है।
डूलीप ट्रॉफी फिर से ज़ोनल फॉर्मेट में
गौरतलब है कि इस बार डूलीप ट्रॉफी पुराने ज़ोनल फॉर्मेट में लौट आई है, जहां टीमों का चयन राष्ट्रीय चयन समिति के बजाय ज़ोनल चयनकर्ता करते हैं। ऐसे में BCCI का यह निर्देश आने वाले चयन प्रक्रिया पर भी असर डाल सकता है।