Newzfatafatlogo

BCCI में चयन समिति में महत्वपूर्ण बदलाव: ओझा और आरपी सिंह की नई भूमिका

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी वार्षिक आम बैठक में चयन समिति में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह को पुरुष चयन समिति में शामिल किया गया है, जबकि अमिता शर्मा महिला चयन समिति की अध्यक्ष बनी हैं। इसके साथ ही, IPL में अंडर-16 खिलाड़ियों के लिए नया नियम लागू किया गया है, जो उन्हें घरेलू क्रिकेट में अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। जानें इन बदलावों के पीछे की कहानी और भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा।
 | 
BCCI में चयन समिति में महत्वपूर्ण बदलाव: ओझा और आरपी सिंह की नई भूमिका

BCCI चयन समिति में बदलाव

BCCI चयन समिति: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपनी वार्षिक आम बैठक में पुरुष और महिला चयन समिति में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। पूर्व भारतीय गेंदबाज प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह को पुरुष चयन समिति में शामिल किया गया है। इन परिवर्तनों ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच नई उम्मीदें जगा दी हैं। आइए जानते हैं, इन नए चेहरों और नियमों की पूरी कहानी।


ओझा और आरपी सिंह की नई जिम्मेदारी

पुरुष चयन समिति में प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह के शामिल होने के साथ ही सुब्रतो बनर्जी और एस. शरथ को बाहर किया गया है। हालांकि, शरथ को नई जिम्मेदारी दी गई है और अब वे जूनियर चयन समिति के प्रमुख होंगे। उनका कार्य युवा खिलाड़ियों को खोजकर उन्हें बड़े मंच पर लाना होगा। समिति की अगुवाई अजीत अगरकर के हाथों में रहेगी। दूसरी ओर, महिला चयन समिति की अध्यक्षता दिल्ली की पूर्व क्रिकेटर अमिता शर्मा करेंगी, जिनके साथ सुलेक्षना नाइक और शरवती नायडू सदस्य के रूप में कार्य करेंगी।


ओझा और आरपी सिंह का शानदार करियर

आरपी सिंह ने भारत के लिए 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल 124 विकेट लिए। 2009 में IPL में डेक्कन चार्जर्स के लिए खेलते हुए उन्होंने 23 विकेट झटके और पर्पल कैप जीतकर अपनी टीम को खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वहीं, प्रज्ञान ओझा ने 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनके नाम 24 टेस्ट में 113 विकेट हैं। सचिन तेंदुलकर के अंतिम टेस्ट में ओझा ने 10 विकेट लेकर इतिहास रचा था। IPL में भी उनकी गेंदबाजी हमेशा चर्चा का विषय रही है।


IPL में नया नियम लागू

बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। अब IPL में कोई भी अंडर-16 खिलाड़ी तभी भाग ले सकेगा, जब उसने अपनी राज्य की रणजी ट्रॉफी टीम के लिए कम से कम एक मैच खेला हो। यह नियम युवा खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। BCCI का यह कदम चयन प्रक्रिया को और पारदर्शी और मजबूत बनाने की दिशा में है। ओझा और सिंह जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के आने से भारतीय क्रिकेट को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।