क्रिस वोक्स ने ओवल टेस्ट में कंधे की चोट के बावजूद बल्लेबाजी का साहस दिखाया

भारत बनाम इंग्लैंड: ओवल टेस्ट का रोमांच
टीम इंडिया ने ओवल टेस्ट में इंग्लैंड को 6 रनों से हराकर श्रृंखला को 2-2 से बराबरी पर समाप्त किया। टेस्ट के अंतिम दिन, दर्शक उस समय चौंक गए जब क्रिस वोक्स, जो कि चोटिल थे, अपनी टीम के लिए खेलने के लिए मैदान में आए। उन्होंने अपने टूटे हुए कंधे के बावजूद अपने साथी खिलाड़ियों का समर्थन किया। उनके इस साहस को देखकर भारतीय खिलाड़ियों ने भी उनकी सराहना की। अब क्रिस वोक्स ने बताया है कि उन्होंने चोट के बावजूद बल्लेबाजी करने का निर्णय क्यों लिया।
क्रिस वोक्स का बयान
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स ने एक मीडिया चैनल के साथ बातचीत में कहा कि उन्होंने केवल कोडीन लिया था और उन्हें काफी दर्द महसूस हो रहा था। हाथ में पट्टी बंधी होने के बावजूद, उन्होंने दौड़ने की कोशिश की। उन्हें चिंता थी कि उनका कंधा फिर से बाहर आ सकता है। उन्होंने कहा, "मैं निराश हूं कि हम अंतिम मैच नहीं जीत सके।"
वोक्स ने आगे कहा, "मेरे दिमाग में यह विचार नहीं आया कि मुझे मैदान पर नहीं उतरना चाहिए। अगर हमें 100 रन की जरूरत होती, तो भी मैं खेलने आता। दर्शकों का समर्थन देखकर अच्छा लगा। मैच के बाद कुछ भारतीय खिलाड़ियों ने भी मेरा सम्मान किया। अगर मेरी जगह कोई और होता, तो वह भी यही करता। 9 विकेट गिरने के बाद मैच को रद्द नहीं किया जा सकता।"
चोट का कारण
ओवल टेस्ट के पहले दिन क्रिस वोक्स को फील्डिंग करते समय कंधे में चोट लगी थी, जिसके कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इसके बाद इंग्लैंड को उनके बिना गेंदबाजी करनी पड़ी।