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भारत ने एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को हराया, प्रियांक खड़गे ने BCCI की आलोचना की

भारत ने एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को हराकर एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की, लेकिन इस मैच के आयोजन पर विवाद खड़ा हो गया। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बीसीसीआई की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने देशभक्ति की बजाय मुनाफे को प्राथमिकता दी। खड़गे ने इस मैच को पहलगाम के शहीदों का अपमान बताया और भारतीय खिलाड़ियों को संविदा मजदूर करार दिया। उन्होंने इस मुद्दे पर चुप रहने वाले राष्ट्रवादियों पर भी सवाल उठाए। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
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भारत ने एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को हराया, प्रियांक खड़गे ने BCCI की आलोचना की

भारत-पाकिस्तान मैच पर विवाद

Ind vs Pak: 14 सितंबर 2025 को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में एशिया कप 2025 के दौरान भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से हराया। इस मैच के आयोजन को लेकर भारत में विरोध प्रदर्शन हुए, फिर भी बीसीसीआई ने इसे आयोजित करने का निर्णय लिया। इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बीसीसीआई पर तीखा हमला किया है। उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के बारे में एक विवादास्पद टिप्पणी की है।


कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के आयोजन के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने बीसीसीआई पर देशभक्ति की बजाय मुनाफे को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। खड़गे ने इस मैच को पहलगाम के शहीदों का अपमान और भारतीय सैनिकों के लिए अपमानजनक बताया।


मुनाफे की चाहत में देशभक्ति को ठेस


प्रियांक खड़गे ने कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच का आयोजन नहीं होना चाहिए था। उन्होंने सवाल उठाया कि बीसीसीआई ने इस समय मैच आयोजित करने की आवश्यकता क्यों महसूस की। खड़गे ने कहा, "यह बेहद शर्मनाक है कि बीसीसीआई ने इस मैच को आगे बढ़ाया। यह पहलगाम के शहीदों का अपमान है और हमारे सैनिकों के लिए एक तमाचा है। सरकार ने स्पष्ट रूप से देशभक्ति पर मुनाफे को तरजीह दी।" उन्होंने बीसीसीआई के इस निर्णय को एक नाटक करार दिया और कहा कि खिलाड़ियों का हाथ न मिलाने का दिखावा किसे मूर्ख बनाने के लिए है। खड़गे ने यह भी कहा कि इस समय राष्ट्रीय भावनाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी।



'मेन इन ब्लू' या BCCI के मजदूर?


खड़गे ने भारतीय क्रिकेट टीम पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से, 'मेन इन ब्लू' बीसीसीआई के लिए केवल संविदा मजदूर बनकर रह गए हैं।" उन्होंने भारतीय टीम के कप्तान से इस मैच का बहिष्कार करने की अपेक्षा जताई थी। खड़गे ने कहा कि यदि कप्तान ने यह कदम उठाया होता, तो यह देश के प्रति सच्ची देशभक्ति का प्रतीक होता।


राष्ट्रवादियों की चुप्पी पर सवाल


मंत्री ने उन तथाकथित राष्ट्रवादियों पर भी सवाल उठाए जो इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने पूछा, "वे सारे राष्ट्रवादी कहां छिपे हैं जो हर छोटे-बड़े मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करते हैं? इस बार उनकी चुप्पी क्यों?" खड़गे ने बीसीसीआई के इस फैसले को केवल आर्थिक लाभ के लिए लिया गया निर्णय बताया और इसे राष्ट्रीय हितों के खिलाफ करार दिया।