श्रेयस अय्यर ने टेस्ट क्रिकेट से लिया ब्रेक, व्हाइट बॉल पर ध्यान केंद्रित

श्रेयस अय्यर का टेस्ट क्रिकेट से ब्रेक लेने का निर्णय
भारतीय क्रिकेटर श्रेयस अय्यर से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है, जिसने उनके प्रशंसकों को चौंका दिया है। अय्यर ने टेस्ट क्रिकेट से कुछ समय के लिए ब्रेक लेने का निर्णय लिया है। रिपोर्टों के अनुसार, वह वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं होंगे। उन्होंने बीसीसीआई को पत्र लिखकर अपनी पीठ की चोट के कारण रेड बॉल क्रिकेट से दूरी बनाने की इच्छा व्यक्त की है। आइए, इस स्थिति को और विस्तार से समझते हैं।
ब्रेक लेने का कारण
सूत्रों के अनुसार, श्रेयस अय्यर पिछले 18 महीनों से टेस्ट टीम से बाहर हैं। हाल ही में, उन्हें ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो अन-ऑफिशियल टेस्ट मैचों के लिए भारत ए का कप्तान नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने दूसरे टेस्ट से अपना नाम वापस ले लिया। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अय्यर ने अपनी पीठ की चोट को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई से ब्रेक मांगा है। एक बीसीसीआई सूत्र ने बताया, "अय्यर ने स्पष्ट किया है कि वह रेड बॉल क्रिकेट से ब्रेक ले रहे हैं। यह अच्छा है कि उन्होंने अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है। वह भविष्य में फिजियो और ट्रेनर के साथ अपनी फिटनेस का आकलन करेंगे और फिर कोई निर्णय लेंगे।"
पीठ की समस्या का प्रभाव
श्रेयस अय्यर पिछले कुछ समय से पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं, जिसके कारण वह आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए नहीं खेल पाए थे। हालांकि, आईपीएल 2024 में उन्होंने शानदार वापसी की और अपनी कप्तानी में केकेआर को फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर खिताब दिलाया। आईपीएल फाइनल से एक दिन पहले अय्यर ने अपनी पीठ की समस्या के बारे में खुलकर बात की थी, जो उनके टेस्ट करियर पर भी असर डाल रही है।
व्हाइट बॉल क्रिकेट पर ध्यान
श्रेयस अय्यर ने टेस्ट क्रिकेट से ब्रेक लेकर व्हाइट बॉल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। अपने टेस्ट करियर में अय्यर ने 14 मैचों में 811 रन बनाए हैं, जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ एक शतक भी शामिल है। दूसरी ओर, व्हाइट बॉल क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने 5 मैचों में 48.60 की औसत से 243 रन बनाए, जो उस टूर्नामेंट में भारत की ओर से सबसे अधिक थे। अब अय्यर का पूरा ध्यान व्हाइट बॉल फॉर्मेट पर है, ताकि वह इस फॉर्मेट में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सकें।