KL Rahul का इंग्लैंड दौरा: देश के प्रति समर्पण और त्याग

भारत की शुरुआत में हार
KL Rahul: भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला की शुरुआत अच्छी नहीं की। लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए पहले टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, जिससे वह श्रृंखला में 0-1 से पीछे हो गया।
राहुल का शानदार प्रदर्शन
हालांकि इस हार के बावजूद, भारत के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल ने अपनी दूसरी पारी में शतक बनाकर शानदार प्रदर्शन किया। हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स के कोच हेमंग बदानी ने राहुल के एक महत्वपूर्ण त्याग के बारे में बताया, जो उनके देश के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
इंग्लैंड में जल्दी पहुंचने का निर्णय
केएल राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पहले इंग्लैंड लायंस के खिलाफ एक अनौपचारिक टेस्ट मैच खेलने का निर्णय लिया। इस मैच में उन्होंने शतक बनाकर अपनी तैयारियों को मजबूत किया। बदानी ने कहा कि राहुल का यह कदम उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राहुल ने जल्दी इंग्लैंड जाने की इच्छा जताई ताकि वह वहां की परिस्थितियों में ढल सकें और टीम के साथ समय बिता सकें। यह उनके इरादों और देश के प्रति खेलने की भूख को दिखाता है।
बेटी से दूरी, देश को प्राथमिकता
राहुल के इस निर्णय की एक खास बात यह थी कि उन्होंने अपनी नवजात बेटी एवारा को अपने साथ नहीं ले जाने का कठिन निर्णय लिया। एक युवा पिता के लिए यह एक बड़ा त्याग था। बदानी ने कहा कि राहुल ने देश को अपनी बेटी से भी ऊपर रखा।
उन्होंने कहा, 'राहुल ने कहा, मेरे लिए देश मेरी बेटी से ऊपर है।' यह एक बड़ा फैसला था। वह आसानी से कह सकते थे कि मैं अनौपचारिक मैच नहीं खेलूंगा और सीधे टेस्ट श्रृंखला में उतरूंगा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह उनके देश के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी को दर्शाता है।
सीनियर बल्लेबाज के रूप में जिम्मेदारी
रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में, केएल राहुल ने भारतीय बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभाली। बदानी ने बताया कि राहुल ने टेस्ट श्रृंखला से पहले कहा था, 'मैं इस टीम की परवाह करता हूं और मैं यहां रहना चाहता हूं।'