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Mitchell Starc ने टी20 क्रिकेट से लिया संन्यास, 2026 विश्व कप में नहीं खेलेंगे

ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज Mitchell Starc ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है, जिससे 2026 के टी20 विश्व कप में उनके खेलने की संभावनाएं समाप्त हो गई हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं और टेस्ट तथा वनडे क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। Starc की क्रिकेट यात्रा में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां शामिल हैं, और उनके इस निर्णय से टी20 क्रिकेट में एक युग का अंत हो गया है। जानें उनके संन्यास के पीछे के कारण और भविष्य की योजनाएं।
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Mitchell Starc ने टी20 क्रिकेट से लिया संन्यास, 2026 विश्व कप में नहीं खेलेंगे

Mitchell Starc का संन्यास

Mitchell Starc ने टी20 क्रिकेट से लिया संन्यास, 2026 विश्व कप में नहीं खेलेंगे


Mitchell Starc : ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है, जिससे 2026 के टी20 विश्व कप में उनके खेलने की संभावनाएं समाप्त हो गई हैं। इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं और लंबे प्रारूपों के लिए अपने कार्यभार का प्रबंधन करना चाहते हैं। Starc ने ऑस्ट्रेलिया की टी20 टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनके इस निर्णय से छोटे प्रारूप में एक युग का अंत हो गया है।


टी20 क्रिकेट से संन्यास का कारण

Starc ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि टी20 क्रिकेट में शारीरिक मेहनत अधिक होती है, जिसे वह टेस्ट और वनडे क्रिकेट के लिए आरक्षित रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "टी20 क्रिकेट रोमांचक रहा है और मैंने ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य पाया है। लेकिन अब मुझे उन प्रारूपों पर ध्यान केंद्रित करना है जो मेरे कौशल को चुनौती देते हैं।"


स्टार्क की क्रिकेट यात्रा

34 वर्षीय मिचेल स्टार्क ने 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 73 विकेट लिए हैं और उनकी तेज गति और यॉर्कर फेंकने की क्षमता उन्हें एक मैच विजेता बनाती है। उन्होंने 2021 में टी20 विश्व कप जीतने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके संन्यास का यह निर्णय आगामी आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और 2027 वनडे विश्व कप को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।


टी20 क्रिकेट में विरासत

Starc के संन्यास से टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी के एक युग का अंत हो गया है। उनकी आक्रामकता और निरंतरता ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान दिलाया है। प्रशंसक उन्हें टी20 में नहीं देख पाएंगे, लेकिन वे उन्हें टेस्ट और वनडे में खेलते हुए देख सकते हैं।