MS Dhoni पर लगे गंभीर आरोप: खिलाड़ी ने कहा, 'हुक्का नहीं लाने पर किया गया ड्रॉप'

MS Dhoni पर आरोप

MS Dhoni : पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी पर एक गंभीर आरोप लगाया गया है। एक खिलाड़ी ने दावा किया है कि उन्हें हुक्का लाने से मना करने के कारण टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया। इस बयान ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है और प्रशंसक इस आरोप की सच्चाई पर सवाल उठा रहे हैं। यह मामला भारतीय क्रिकेट में पक्षपात और टीम राजनीति पर नई बहस को जन्म दे रहा है।
खिलाड़ी ने MS Dhoni पर आरोप लगाया
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने वरिष्ठ खेल पत्रकार विक्रांत गुप्ता से बातचीत में धोनी पर टीम चयन में पक्षपात करने का आरोप लगाया।
पठान के अनुसार, धोनी केवल प्रदर्शन पर ध्यान नहीं देते थे, बल्कि ऐसे खिलाड़ियों को प्राथमिकता देते थे जो उनकी व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करते थे। इस बयान ने प्रशंसकों के बीच बहस छेड़ दी है कि क्या धोनी के कप्तान रहते हुए भारतीय टीम के निर्णयों में व्यक्तिगत पूर्वाग्रह शामिल थे।
Irfan का दावा- हुक्का नहीं लाने पर किया गया ड्रॉप
पठान ने कहा कि धोनी के पास एक खास समूह था, जिन्हें विशेष तवज्जो मिलती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि धोनी उन खिलाड़ियों को चुनते थे जो उनके लिए हुक्का लाते थे। पठान ने कहा, 'मैंने ऐसा करने से मना कर दिया और मुझे टीम से बाहर कर दिया गया।'
यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और ड्रेसिंग रूम के माहौल पर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि, पठान ने किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान से यह स्पष्ट होता है कि चयन में गैर-क्रिकेटिंग कारक शामिल थे।
Irfan का अंतरराष्ट्रीय करियर
इरफान पठान ने भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 मैच खेले। उन्होंने कुल 2821 रन बनाए, जिसमें एक शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। इसके साथ ही, इरफान ने 301 विकेट भी लिए हैं, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट हैट्रिक भी शामिल है।
पठान ने अपने अंतिम वनडे मैच में पांच विकेट लिए थे, लेकिन इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इसके कारण केवल प्रबंधन और चयनकर्ताओं को ही पता है। हालाँकि, यह वीडियो वायरल होने के बाद नई बयानबाजी शुरू हो सकती है।
धोनी पर आरोप के बाद प्रशंसक बंटे
इस आरोप ने क्रिकेट जगत और प्रशंसकों को विभाजित कर दिया है। कई लोग मानते हैं कि धोनी ने हमेशा प्रदर्शन और टीम भावना को प्राथमिकता दी, जबकि कुछ का कहना है कि हर ड्रेसिंग रूम में राजनीति और पक्षपात का हिस्सा होता है।