NZ vs WI: वेस्टइंडीज ने न्यूजीलैंड के 578 रन के जवाब में शानदार शुरुआत की
NZ vs WI तीसरे टेस्ट का दूसरा दिन
NZ vs WI 3rd Test Day 2: न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन मेहमान टीम के पक्ष में रहा। हालांकि, वेस्टइंडीज ने आत्मविश्वास से भरी बल्लेबाजी के साथ दिन का अंत किया।
न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 575/8 का विशाल स्कोर बनाया, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज ने बिना विकेट खोए 100 से अधिक रन बनाकर मजबूत संकेत दिए। यह मैच अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है, जहां तीसरे दिन का खेल निर्णायक साबित होगा।
डेवोन कॉनवे का शानदार प्रदर्शन
न्यूजीलैंड की पहली पारी की नींव डेवोन कॉनवे ने अपने शानदार दोहरे शतक से रखी। उन्होंने 224 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें 28 चौके शामिल थे।
एक समय 206 रन पर उनका कैच छूट गया था, लेकिन इसके बाद उन्होंने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन बनाए रखा। यह कॉनवे का दूसरा टेस्ट दोहरा शतक था, जिसने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया।
टॉम लैथम और कॉनवे की साझेदारी
डेवोन कॉनवे को कप्तान टॉम लैथम का पूरा सहयोग मिला। दोनों के बीच 323 रन की ओपनिंग साझेदारी हुई, जो न्यूजीलैंड के टेस्ट इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है।
लैथम ने भी 137 रन बनाए, हालांकि वह दिन के अंत से पहले आउट हो गए। इस साझेदारी ने न्यूजीलैंड को एक बड़ा स्कोर खड़ा करने का मौका दिया।
वेस्टइंडीज की गेंदबाजी का संघर्ष
हालांकि पिच पर उछाल और हल्का मूवमेंट था, लेकिन वेस्टइंडीज के गेंदबाज इसका फायदा नहीं उठा सके। जैकब डफी को नाइटवॉचमैन के रूप में 17 रन पर आउट करने के अलावा, उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली।
दूसरे सेशन में उन्होंने अनुशासित गेंदबाजी की, लेकिन बड़े स्कोर के सामने यह प्रयास पर्याप्त नहीं था। न्यूजीलैंड ने अंततः नई गेंद और अनुकूल परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश में पारी घोषित कर दी।
वेस्टइंडीज की मजबूत शुरुआत
NZ vs WI: वेस्टइंडीज के ओपनर्स की आत्मविश्वास भरी शुरुआत
575 रनों के बड़े स्कोर के जवाब में वेस्टइंडीज की शुरुआत बेहद भरोसेमंद रही। ओपनर्स जॉन कैंपबेल और ब्रैंडन किंग ने बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी करते हुए 23 ओवर में बिना विकेट गंवाए 110 रन जोड़ दिए।
कैंपबेल 45 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि किंग ने 55 रनों की संयमित पारी खेली। न्यूजीलैंड के गेंदबाज नई गेंद और मददगार परिस्थितियों के बावजूद कोई सफलता हासिल नहीं कर सके।
