RCB की IPL 2025 जीत की रणनीति: एक ऐतिहासिक पल

RCB की ऐतिहासिक जीत
RCB IPL 2025 जीतने की रणनीति: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 18 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का खिताब अपने नाम किया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर पहली बार IPL ट्रॉफी जीती।
इस जीत ने न केवल प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ा दी, बल्कि यह भी दर्शाया कि सही रणनीति और सामूहिक प्रयासों से किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है।
पहली बार कप्तानी कर रहे रजत पाटीदार के नेतृत्व में RCB ने गेंदबाजों की मदद से यह ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिसमें 9 विभिन्न खिलाड़ियों ने प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता।
RCB की जीत की नींव मेगा ऑक्शन से पहले ही रखी गई थी। मेंटॉर दिनेश कार्तिक, डायरेक्टर मो बोबत और कोच एंडी फ्लॉवर ने मिलकर एक संतुलित और मजबूत टीम का निर्माण किया। इस बार RCB ने बड़े नामों पर दांव लगाने के बजाय हर भूमिका के लिए उपयुक्त खिलाड़ियों का चयन किया।
विराट कोहली को छोड़कर किसी भी बड़े खिलाड़ी को रिटेन नहीं किया गया। ऑक्शन में ओपनिंग, मिडिल ऑर्डर, फिनिशिंग और गेंदबाजी के लिए सटीक खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। नतीजतन, RCB ने एक ऐसी टीम बनाई जो हर विभाग में मजबूत थी।
पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स ने भी इसी तरह की रणनीति अपनाई, लेकिन पंजाब उपविजेता बनी, जबकि दिल्ली पांचवें स्थान पर रह गई।
बैटिंग में RCB का प्रदर्शन शानदार रहा। टीम ने 11 बल्लेबाजों को आजमाया, जिनमें से पांच का स्ट्राइक रेट 170 से अधिक रहा। विराट कोहली ने 657 रनों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि ओपनर फिल सॉल्ट ने 175+ के स्ट्राइक रेट से 403 रन बनाए।
कप्तान रजत पाटीदार ने 312 और देवदत्त पडिक्कल ने 247 रन बनाए। फिनिशर जितेश शर्मा, टिम डेविड और रोमारियो शेफर्ड ने जरूरत पड़ने पर टीम को संकट से उबारा। खासकर लीग स्टेज के अंतिम मैच में जितेश ने 33 गेंदों पर 85 रन बनाकर RCB को टॉप-2 में पहुंचाया।
गेंदबाजी में भी RCB ने कमाल दिखाया। जोश हेजलवुड, यश दयाल और भुवनेश्वर कुमार ने पावरप्ले और डेथ ओवर्स में शानदार प्रदर्शन किया। स्पिनर क्रुणाल पंड्या और सुयश शर्मा ने मिडिल ओवर्स में रनों पर अंकुश लगाया और 25 विकेट लिए।
हेजलवुड ने 12 मैचों में 22 विकेट हासिल किए, जबकि यश दयाल ने जरूरत पड़ने पर विकेट निकाले। फाइनल में क्रुणाल पंड्या ने किफायती गेंदबाजी कर पंजाब के दो बड़े विकेट लिए। रोमारियो शेफर्ड ने भी फाइनल में पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर को आउट कर RCB को बढ़त दिलाई।
RCB की इस जीत की सबसे खास बात यह रही कि 12 मैचों में 9 अलग-अलग खिलाड़ी प्लेयर ऑफ द मैच बने। क्रुणाल पंड्या ने तीन बार यह खिताब जीता, जबकि रजत पाटीदार ने मुंबई और चेन्नई जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ दो अवॉर्ड अपने नाम किए।
RCB ने घर से बाहर 90% मैच जीते, जिसमें रजत की कप्तानी और रणनीति ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने विपक्षी बल्लेबाजों की कमजोरियों का फायदा उठाया और सही समय पर गेंदबाजों का उपयोग किया। इस जीत ने साबित कर दिया कि IPL जैसे बड़े टूर्नामेंट में जीत के लिए पूरी टीम का योगदान आवश्यक है।