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डब्ल्यूटीटी फीडर कैपाडोकिया 2025 : पोयमंती बैस्या ने मिश्रित युगल में जीता रजत पदक

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डब्ल्यूटीटी फीडर कैपाडोकिया 2025 : पोयमंती बैस्या ने मिश्रित युगल में जीता रजत पदक


अहमदाबाद, 25 फरवरी (हि.स.)। अडानी स्पोर्ट्सलाइन के गर्व है पहल से समर्थित टेबल टेनिस खिलाड़ी पोयमंती बैस्या ने अपने जोड़ीदार आकाश पाल के साथ डब्ल्यूटीटी फीडर कैपाडोकिया 2025 में मिश्रित युगल श्रेणी में रजत पदक जीता। यह प्रतिष्ठित टेबल टेनिस टूर्नामेंट तुर्किये में 17 से 21 फरवरी के बीच आयोजित हुआ।

बैस्या और पाल की जोड़ी ने अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए पोलैंड के कातार्ज़ीना वेग्रिज़न और मतेउस्ज़ ज़ालेव्स्की को 3-1 से हराया। क्वार्टर फाइनल में भारतीय जोड़ी ने हांगकांग के ली होन मिंग और वोंग होई तुंग को 3-1 से पराजित किया। सेमीफाइनल में उन्होंने कोरिया रिपब्लिक के चो सेउंगमिन और यू सिवू को भी 3-1 से मात दी। हालांकि, फाइनल मुकाबले में उन्हें चीन के शुए फी और हान फीयर के खिलाफ 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।

पोयमंती बैस्या ने अपनी उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, यह मेरे करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, लेकिन अभी लंबा सफर तय करना बाकी है। इस टूर्नामेंट में हमें दुनिया के कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का अनुभव मिला, जो भविष्य में हमारे प्रदर्शन को और बेहतर बनाने में मदद करेगा। मैं अपनी टीम, कोच, दोस्तों, परिवार और अदाणी स्पोर्ट्सलाइन का आभार व्यक्त करना चाहती हूं, जिन्होंने लगातार मेरा समर्थन किया। ‘गर्व है’ पहल ने मेरी प्रगति में अहम भूमिका निभाई है, और मैं इस सफलता को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।

22 वर्षीय पोयमंती बैस्या वर्ष 2024 से ‘गर्व है’ पहल का हिस्सा हैं। 2016 में लॉन्च की गई यह पहल राष्ट्रव्यापी स्तर पर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराती है, जिससे वे कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ओलंपिक्स जैसे वैश्विक मंचों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।

अडानी स्पोर्ट्सलाइन के मुख्य व्यवसाय अधिकारी संजय अडेसरा ने कहा, पोयमंती की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। हम उन्हें इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं और उनके भविष्य के सफर में हरसंभव समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

तुर्किये चैंपियनशिप में बैस्या ने महिला एकल स्पर्धा में भी हिस्सा लिया और राउंड ऑफ 32 तक पहुंचीं, जहां उन्होंने चीन की डिंग यी जे के खिलाफ शानदार मुकाबला किया लेकिन 2-3 से हार गईं। वहीं, पुरुष एकल श्रेणी में भारत के अंकुर भट्टाचार्य ने राउंड ऑफ 16 तक का सफर तय किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय