अडानी एयरपोर्ट्स ने मुंबई हवाई अड्डे के लिए 1 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई
अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड ने मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए 1 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई है। यह राशि प्रमुख वैश्विक बैंकों से आई है और इसका उपयोग हवाई अड्डे के विस्तार परियोजनाओं में किया जाएगा। अडानी ग्रुप का यह कदम भारत के एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा। जानें इस फंडिंग के पीछे की कहानी और इसके महत्व के बारे में।
Jun 24, 2025, 13:06 IST
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मुंबई हवाई अड्डे के विकास के लिए नई फंडिंग
भारत के एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में एक महत्वपूर्ण विकास हुआ है। अडानी ग्रुप की एयरपोर्ट्स प्रबंधन कंपनी, अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL), ने मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (MIAL) के लिए 1 अरब डॉलर (लगभग 8,300 करोड़ रुपये) की फंडिंग प्राप्त की है। यह राशि मुंबई हवाई अड्डे के विकास और विस्तार परियोजनाओं में निवेश की जाएगी।यह फंडिंग एक वरिष्ठ ऋण सुविधा के रूप में प्रमुख वैश्विक बैंकों और वित्तीय संस्थानों से आई है, जिसमें स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, बीएनपी पारिबा, डीबीएस बैंक, इंटेसा सानपाओलो, एमयूएफजी, एसएमबीसी और सोसिएते जेनेराले शामिल हैं। यह सौदा अडानी एयरपोर्ट्स की वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा और मुंबई हवाई अड्डे के लिए आवश्यक पूंजीगत व्यय की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा।
अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो वर्तमान में देश में 8 हवाई अड्डों का संचालन कर रही है, जिनमें 7 चालू और एक निर्माणाधीन नवी मुंबई हवाई अड्डा शामिल है। कंपनी का उद्देश्य इन हवाई अड्डों को 'एयरपोर्ट शहरों' में विकसित करना है, जो आर्थिक विकास के केंद्र बनेंगे।
मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जो लाखों यात्रियों और टन माल का प्रबंधन करता है। इस नई फंडिंग से इसकी क्षमता में वृद्धि होगी और यह भविष्य की आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा कर सकेगा। कंपनी के प्रवक्ता ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह वैश्विक वित्तीय समुदाय के अडानी ग्रुप के दृष्टिकोण और भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में उसके निवेश पर बढ़ते विश्वास का प्रतीक है।