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अमित मिश्रा ने क्रिकेट से संन्यास के बाद टीम इंडिया की राजनीति पर उठाए सवाल

अमित मिश्रा ने 4 सितंबर 2025 को क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने अपने करियर के दौरान टीम इंडिया की राजनीति पर सवाल उठाए और कप्तानों के प्रति अपनी असंतोष व्यक्त किया। मिश्रा ने कहा कि कुछ खिलाड़ी कप्तानों के प्रिय होते हैं, जबकि उन्हें नजरअंदाज किया गया। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उन्हें क्रिकेट से बहुत कुछ मिला है। जानें उनके करियर की प्रमुख बातें और उनके द्वारा किए गए खुलासे।
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अमित मिश्रा ने क्रिकेट से संन्यास के बाद टीम इंडिया की राजनीति पर उठाए सवाल

अमित मिश्रा का क्रिकेट करियर और संन्यास

अमित मिश्रा ने 4 सितंबर 2025 को क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने 25 वर्षों तक इस खेल में अपनी सेवाएं दीं और भारतीय टीम के लिए गेंदबाजी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। हालांकि, वह कभी भी टीम के स्थायी सदस्य नहीं रहे। उन्होंने मुख्य रूप से एमएस धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में खेला। हाल ही में, उन्होंने टीम इंडिया की आंतरिक राजनीति के बारे में कुछ संकेत दिए।


कप्तानों पर अमित मिश्रा की टिप्पणी

अमित मिश्रा ने एक इंटरव्यू में कहा कि कुछ खिलाड़ी कप्तानों के प्रिय होते हैं, और वह उनमें से नहीं थे। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। जब अन्य खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते थे, तो उन्हें मौके मिलते थे, लेकिन जब वह अच्छा खेलते थे, तो उन्हें नजरअंदाज किया जाता था। उन्होंने एमएस धोनी और विराट कोहली पर यह टिप्पणी की, क्योंकि वह इनकी कप्तानी में खेले।


क्रिकेट करियर पर अमित मिश्रा की संतोष

अमित मिश्रा ने अपने करियर के बारे में बात करते हुए कहा कि वह अपने 25 वर्षों के अनुभव से खुश हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने तीन अलग-अलग दशकों में क्रिकेट खेला है और मुझे इस खेल से बहुत कुछ मिला है। मैंने सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों के साथ खेला।'


अमित मिश्रा का अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन

मिश्रा ने 2003 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। उन्होंने भारत के लिए कुल 68 मैच खेले, जिसमें 22 टेस्ट मैचों में 76 विकेट और 36 वनडे मैचों में 64 विकेट लिए। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में, उन्होंने 10 मैचों में 16 विकेट अपने नाम किए।