अश्विन का ऐतिहासिक निर्णय: अब पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ खेलेंगे बीबीएल में

अश्विन का नया सफर

Ashwin - भारतीय क्रिकेट के प्रमुख ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है। अश्विन अब जल्द ही बिग बैश लीग (BBL) में खेलते हुए नजर आएंगे, जिससे वह इस प्रतिष्ठित ऑस्ट्रेलियाई T-20 लीग में खेलने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं। खास बात यह है कि इस लीग में पाकिस्तान के खिलाड़ियों सहित कई अन्य देशों के क्रिकेटर भी शामिल होते हैं, जिसका अर्थ है कि अश्विन अब पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए दिखाई देंगे।
बीबीएल में अश्विन का पदार्पण
39 वर्षीय अश्विन ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास लिया है। इसके बाद उन्होंने विदेशी T-20 लीग में भाग लेने का निर्णय लिया। वह सिडनी थंडर टीम से जुड़ सकते हैं, और इसकी आधिकारिक घोषणा अगले सप्ताह की जाएगी। यह टूर्नामेंट 14 दिसंबर 2025 से 18 जनवरी 2026 तक आयोजित होगा।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने इस साल की शुरुआत में अश्विन से संपर्क किया था और उनके शामिल होने की संभावनाओं पर चर्चा की थी। अब यह स्पष्ट है कि अश्विन इस बार बिग बैश लीग में उतरेंगे और एक नया इतिहास रचेंगे।
आईएलटी20 और विशेष प्रावधान
अश्विन ने खुद को आईएलटी20 नीलामी के लिए भी उपलब्ध कराया है, जिसका समापन 4 जनवरी को होगा। इसके बाद वह बिग बैश लीग के दूसरे चरण में सिडनी थंडर से जुड़ सकते हैं। दिलचस्प बात यह है कि अश्विन ने इस साल बिग बैश लीग ड्राफ्ट में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था, इसलिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को उनके लिए विशेष छूट देनी होगी।
अश्विन का शानदार करियर
अश्विन का नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 537 विकेट लिए हैं, जिससे वह अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए हैं। आईपीएल में उन्होंने 221 मैचों में 187 विकेट लिए हैं और बल्ले से भी योगदान दिया है, जिसमें 833 रन शामिल हैं।
अश्विन ने पिछले साल दिसंबर में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था और तब से उन्होंने विदेशी लीग में खेलने का मन बना लिया था।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ खेलना
अश्विन का बिग बैश लीग में खेलना यह दर्शाता है कि वह अब पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ एक ही मैदान पर खेल सकते हैं। यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि भारतीय क्रिकेटर्स को पहले विदेशी लीग में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, केवल संन्यास लेने वाले खिलाड़ी ही इन टूर्नामेंट्स का हिस्सा बन सकते हैं। अश्विन का यह निर्णय दर्शाता है कि वह अपने अनुभव और कौशल से दुनिया भर की लीगों को रोशन करेंगे।