इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाजों का ऐतिहासिक प्रदर्शन
इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में अद्वितीय प्रदर्शन किया है। जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, कपिल देव, मोहम्मद शमी और अनिल कुंबले जैसे खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण विकेट लिए हैं। बुमराह अब ईशांत के रिकॉर्ड के करीब हैं। जानें इन गेंदबाजों की उपलब्धियों के बारे में और कैसे उन्होंने टीम इंडिया को मजबूती प्रदान की।
Jul 23, 2025, 16:42 IST
| भारतीय गेंदबाजों की उपलब्धियां
इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ी है। विशेष रूप से जसप्रीत बुमराह के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह इंग्लैंड में सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने के रिकॉर्ड के करीब पहुंच रहे हैं। यदि वह अपने अगले दो-तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह उपलब्धि उनके नाम हो सकती है। आइए, देखते हैं इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन को, जिन्होंने विभिन्न समयों में टीम इंडिया के लिए बड़ी सफलताएं हासिल की हैं।सबसे पहले ईशांत शर्मा का नाम आता है, जिन्होंने इंग्लैंड में 15 टेस्ट मैचों में 51 विकेट लिए हैं। यह उनकी क्षमता को दर्शाता है कि वह विदेशी परिस्थितियों में कितने प्रभावी रहे हैं। 2021 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण 3 विकेट लिए थे, जो टीम इंडिया के लिए एक मजबूत आधार बना।
दूसरे स्थान पर जसप्रीत बुमराह हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में 11 टेस्ट मैचों में 49 विकेट चटकाए हैं। वह ईशांत शर्मा के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए केवल 3 विकेट दूर हैं। यदि वे अपनी अगली पारियों में शानदार गेंदबाजी करते हैं, तो भारतीय क्रिकेट के इस युवा सितारे की छवि और भी मजबूत होगी।
तीसरे स्थान पर महान ऑलराउंडर कपिल देव का नाम है, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 13 टेस्ट मैचों में 43 विकेट लिए। कपिल देव की बहुमुखी प्रतिभा ने भारत को कई मैचों में लाभ पहुंचाया है।
चौथे स्थान पर मोहम्मद शमी हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में 42 विकेट लिए हैं। उनके प्रदर्शन ने खासकर इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें एक प्रभावशाली गेंदबाज बना दिया है। शमी ने 2021 और 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में चार-चार विकेट लेकर टीम इंडिया को महत्वपूर्ण जीत दिलाई।
अंत में, अनिल कुंबले का नाम आता है, जिन्होंने इंग्लैंड में 36 विकेट लिए। कुंबले की गेंदबाजी की तीव्रता और सूझबूझ ने भारतीय गेंदबाजी को नई पहचान दी है।