ऋषभ पंत की चोट के बावजूद शानदार बल्लेबाजी, भारतीय टीम 358 पर ऑल आउट

ऋषभ पंत की बहादुरी
मैनचेस्टर - ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के पहले दिन विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को दाएं पैर में चोट लगी थी, जिसके कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। हालांकि, दूसरे दिन जब भारत को उनकी जरूरत पड़ी, तो पंत ने बल्लेबाजी के लिए वापसी की। उन्होंने 54 रन बनाकर आउट होने का साहस दिखाया, जबकि भारतीय टीम 358 रनों पर ऑल आउट हो गई।
बीसीसीआई ने दूसरे दिन के खेल की शुरुआत से पहले यह स्पष्ट किया था कि यदि आवश्यक हुआ, तो पंत बल्लेबाजी के लिए आ सकते हैं। बीसीसीआई ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "ऋषभ पंत, जिन्हें पहले दिन चोट लगी थी, बाकी मैच में विकेटकीपिंग नहीं कर पाएंगे। ध्रुव जुरेल उनकी जगह विकेटकीपिंग करेंगे। हालांकि, पंत दूसरे दिन टीम में शामिल हुए और जरूरत पड़ने पर बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध रहेंगे।"
जब पंत बल्लेबाजी करने आए, तो दर्शकों ने उनकी हिम्मत की सराहना की। पहले दिन भारतीय पारी के 68वें ओवर में, तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलते समय पंत अपने दाहिने पैर को चोटिल कर बैठे। गेंद उनके पैर के ऊपरी हिस्से पर लगी, जिससे सूजन और खून निकलने लगा। इस कारण पंत को मैदान से बाहर जाना पड़ा। उस समय वह 48 गेंदों पर 37 रन बना चुके थे। स्कैन के बाद पता चला कि पंत की दाहिनी पैर की पांचवीं मेटाटार्सल हड्डी में फ्रैक्चर हो गया है, जिससे ठीक होने में कम से कम छह हफ्ते लगेंगे। इस वजह से वह 31 जुलाई से ओवल में शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट मैच से भी बाहर हो गए हैं। उनकी जगह बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को मौका दिया जा सकता है, जो 2024 की शुरुआत से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं रहे हैं।