ऋषभ पंत को मिलेगी कप्तानी, शुभमन गिल को वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज से बाहर रखा गया

वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज में बदलाव

वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज में भारतीय क्रिकेट में नई प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। हर साल घरेलू क्रिकेट से कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम रखने के लिए तैयार होते हैं। लेकिन इस बार चर्चा का केंद्र ऋषभ पंत हैं।
ऋषभ पंत ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और बेहतरीन विकेटकीपिंग से टेस्ट क्रिकेट में एक अलग पहचान बनाई है। यही कारण है कि आगामी वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज में कोच गौतम गंभीर और टीम प्रबंधन शुभमन गिल को बाहर रखकर पंत पर भरोसा कर रहे हैं।
पंत को मिली कप्तानी
ऋषभ पंत को लंबे समय से महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। उनकी बल्लेबाजी का अंदाज भी अनोखा है, क्योंकि वह किसी भी स्थिति में मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं। यही वजह है कि गंभीर, पंत को 'धोनी का असली IDOL' मानते हैं और वेस्टइंडीज सीरीज में कप्तानी की जिम्मेदारी उन्हीं को सौंपने की तैयारी में हैं।
पंत का टेस्ट सफर
- टेस्ट डेब्यू: 2018
- कुल टेस्ट मैच: 46
- कुल रन: 3373
- औसत: 44.44
- शतक: 8
- अर्धशतक: 15
- छक्के: 88 (सहवाग के बाद दूसरे नंबर पर)
- कैच: 152
- स्टंपिंग: 15
ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय विकेटकीपर हैं। उन्होंने यह उपलब्धि महज 76 पारियों में हासिल की, जो एडम गिलक्रिस्ट के बाद सबसे तेज़ है।
पंत की उपलब्धियां
वेस्टइंडीज सीरीज से पहले पंत के कुछ शानदार टेस्ट रिकॉर्ड्स पर नज़र डालते हैं।
- सबसे ज्यादा छक्के: पंत टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले भारतीय हैं। उनके नाम 88 छक्के हैं और वह सहवाग के 90 छक्कों के रिकॉर्ड से महज 2 छक्के दूर हैं।
- विदेशों में शतक: पंत ने विदेशी धरती पर 6 टेस्ट शतक जड़े हैं। हालांकि, इनमें से किसी भी मैच में भारत को जीत नहीं मिली।
- एशियाई बल्लेबाजों में सबसे आगे: SENA देशों में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले एशियाई बल्लेबाज ऋषभ पंत हैं।
- आईसीसी अवॉर्ड्स:
- 2018: आईसीसी इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर।
- जनवरी 2021: आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ बनने वाले पहले खिलाड़ी।
गिल पर भरोसा क्यों नहीं?
शुभमन गिल सीमित ओवर फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन टेस्ट में भी उनका बल्ला अच्छा चल रहा है। हाल ही में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।
इसी कारण वेस्टइंडीज सीरीज में वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत गिल को आराम दिया जा सकता है। उनकी जगह पंत को पूरी जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया है।
निष्कर्ष
यह कहना गलत नहीं होगा कि धोनी के बाद ऋषभ पंत ने भारतीय क्रिकेट को आक्रामकता और क्लास का सही मिश्रण दिया है। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया का संतुलन और भी बेहतर हो सकता है। यही कारण है कि गंभीर ने वेस्टइंडीज सीरीज में शुभमन गिल की जगह पंत पर भरोसा जताने का मन बना लिया है।