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एशिया कप फाइनल से पहले सुनील जोशी को मिला नया कोचिंग पद

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एशिया कप 2025 के फाइनल से पहले सुनील जोशी को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का स्पिन गेंदबाजी कोच नियुक्त किया है। यह निर्णय भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि जोशी के अनुभव से युवा स्पिनरों को मार्गदर्शन मिलेगा। जानें इस फैसले के पीछे की रणनीति और जोशी के क्रिकेट करियर के बारे में।
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एशिया कप फाइनल से पहले सुनील जोशी को मिला नया कोचिंग पद

BCCI का ऐतिहासिक निर्णय

एशिया कप फाइनल से पहले सुनील जोशी को मिला नया कोचिंग पद

BCCI – पाठकों! एशिया कप 2025 का रोमांच अपने चरम पर है और 28 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। दरअसल, बोर्ड ने बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) के लिए नए स्पिन गेंदबाजी कोच की घोषणा कर दी है।


सुनील जोशी की नई जिम्मेदारी

इस जिम्मेदारी को अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी और RCB के दिग्गज सुनील जोशी को सौंपा गया है। इस निर्णय के साथ भारतीय क्रिकेट में नई दिशा देने की तैयारी हो चुकी है, जहां युवा स्पिनरों को जोशी जैसे अनुभवी क्रिकेटर से मार्गदर्शन मिलेगा।


सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए नए स्पिन गेंदबाजी कोच सुनील जोशी


एशिया कप फाइनल से पहले सुनील जोशी को मिला नया कोचिंग पदBCCI ने तय किया है कि 1 अक्टूबर से सुनील जोशी आधिकारिक रूप से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में स्पिन गेंदबाजी कोच का कार्यभार संभालेंगे। उनकी नियुक्ति को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि अब भारत को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी मजबूत स्पिन अटैक तैयार करने में मदद मिलेगी।


सुनील जोशी का क्रिकेट करियर

जोशी का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। वे लंबे समय तक भारतीय टीम और घरेलू क्रिकेट का हिस्सा रहे हैं। कोचिंग में भी उनका अनुभव बेहद व्यापक है। IPL में पंजाब किंग्स की कोचिंग यूनिट से लेकर उत्तर प्रदेश और बांग्लादेश टीम के स्पिन गेंदबाजी सलाहकार तक, उन्होंने कई जिम्मेदारियां निभाई हैं।


सुनील जोशी ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) का प्रतिनिधित्व किया है, उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2008 और 2009 सीज़न में आरसीबी के लिए खेला था। जोशी ने आईपीएल 2008 के पहले सीज़न में आरसीबी के लिए चार मैच खेले, जहाँ उन्होंने 6 रन बनाए और कोई विकेट नहीं लिया।


क्यों खास है यह फैसला?

BCCI का यह फैसला इसलिए अहम है क्योंकि एशिया कप फाइनल से पहले ही भारतीय बोर्ड ने भविष्य की तैयारी के संकेत दे दिए हैं। लिहाज़ा, पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबले से पहले टीम को यह संदेश भी मिल गया है कि बोर्ड अब युवा खिलाड़ियों और नई टैलेंटेड पीढ़ी पर फोकस करने वाला है। सुनील जोशी की नियुक्ति इस दृष्टि से बेहद रणनीतिक कदम है।