एशिया कप से पहले भारतीय टीम के कोच ने छोड़ा साथ, कहा 'अब काम नहीं कर पाऊंगा'

एशिया कप की तैयारी में भारतीय टीम

एशिया कप: भारतीय टीम एशिया कप की तैयारियों में जुटी हुई है। लेकिन इस टूर्नामेंट से पहले एक बुरी खबर सामने आई है। भारतीय टीम के कोच ने एशिया कप से पहले ही टीम का साथ छोड़ दिया है।
कोच का अलविदा
उन्होंने कहा कि अब वह टीम के साथ और काम नहीं कर सकते। भारतीय टीम की सफलता में उनकी मेहनत का बड़ा योगदान रहा है।
राजीव कुमार का टीम से अलविदा
जब भी भारतीय टीम कोई ट्रॉफी जीतती है, तो प्रशंसक केवल मैदान पर खेलने वाले खिलाड़ियों की तारीफ करते हैं। लेकिन वे उन दिग्गजों को भूल जाते हैं जो टीम की सफलता के पीछे होते हैं।
राजीव कुमार, जो भारतीय टीम के सपोर्टिंग स्टाफ का हिस्सा थे, ने अब टीम को अलविदा कह दिया है।
कॉन्ट्रैक्ट समाप्त
राजीव कुमार का कार्यकाल
राजीव कुमार भारतीय टीम के सपोर्टिंग स्टाफ में मसाजर के रूप में जुड़े थे। उनका कार्यकाल अब समाप्त हो गया है। उन्होंने 2016 में इस पद को संभाला था और अब एक दशक बाद उन्होंने टीम को छोड़ दिया है।
उनका बीसीसीआई के साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है, जिसके कारण उन्होंने टीम को अलविदा कहा। यह उनके लिए एक कठिन पल था। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा किया।
Thank You, Rajeev Kumar.
– 9 years with Indian Team as masseur, the favourite for all Indian Cricketers over a decade in the Dressing room. pic.twitter.com/Vq0ICtqCeS
— Johns. (@CricCrazyJohns) August 25, 2025
राजीव कुमार का परिचय
राजीव कुमार कौन हैं?
राजीव कुमार एक पूर्व प्रथम श्रेणी के खिलाड़ी हैं, जिन्हें भारतीय टीम का मसाजर बनाया गया था। वह मैच के बाद खिलाड़ियों की थकान दूर करते थे।
सेशन ब्रेक के दौरान, वह खिलाड़ियों के लिए एनर्जी ड्रिंक तैयार करते थे। वर्तमान में, वह झारखंड के मुख्य कोच और चेन्नई सुपर किंग्स के क्षेत्ररक्षण कोच के रूप में कार्यरत हैं।
क्रिकेट करियर की झलक
राजीव ने अपने करियर में 84 फर्स्ट क्लास मैचों में 5077 रन बनाए। इसके अलावा, उन्होंने 63 लिस्ट ए मैचों में 1956 रन और 9 टी20 मैचों में 175 रन बनाए हैं।
FAQs
राजीव कुमार किस टीम के फिल्डिंग कोच हैं?
राजीव कुमार चेन्नई सुपर किंग्स के फिल्डिंग कोच हैं।
राजीव कुमार भारतीय टीम में किस पद पर कार्यरत थे?
राजीव कुमार भारतीय टीम में मसाजर के पद पर कार्यरत थे।