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करुण नायर की टेस्ट क्रिकेट में निराशाजनक वापसी

करुण नायर की टेस्ट क्रिकेट में वापसी निराशाजनक रही है। उन्होंने दो टेस्ट मैचों में केवल 87 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 31 रन रहा है। इस प्रदर्शन ने उनकी क्षमता पर सवाल उठाए हैं। जानें उनके संघर्ष और टीम में उनकी स्थिति के बारे में।
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करुण नायर की टेस्ट क्रिकेट में निराशाजनक वापसी

भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज

करुण नायर की टेस्ट क्रिकेट में निराशाजनक वापसी

Gill: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का आगाज हो चुका है। इस टेस्ट सीरीज की शुरुआत 20 जून को हुई थी और इसका अंतिम मैच 31 जुलाई को ओवल में खेला जाएगा।

दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और सीरीज को 1-1 से बराबर करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, अगर गंभीर और गिल (Gill) अपनी जिद पर अड़े नहीं होते, तो शायद यह स्थिति कुछ और होती।


करुण नायर की वापसी और निराशा

करुण नायर की टेस्ट क्रिकेट में निराशाजनक वापसीयह खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि करुण नायर (Karun Nair) हैं।

करुण नायर ने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन्हें 8 साल बाद टीम इंडिया में वापसी का मौका मिला। लेकिन उन्होंने इस अवसर को भुनाने में असफल रहे और पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और कोच रवि शास्त्री के फैसले को सही साबित कर दिया कि वे टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता नहीं रखते।

हालांकि, करुण नायर कुछ शानदार पारियां खेल सकते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण होती है, जिसमें वे असफल रहे हैं।


टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन

शून्य पर आउट होने का अनुभव

करुण नायर को पहले मैच में मध्यक्रम में बल्लेबाजी का मौका मिला, जहां बल्लेबाजी करना अपेक्षाकृत आसान होता है। इंग्लैंड की सपाट पिचों पर, गेंद पुरानी होने के बाद बल्लेबाजी करना सरल हो जाता है। फिर भी, वे पहले टेस्ट की पहली पारी में खाता खोलने में असफल रहे। दूसरी पारी में उन्होंने 30 रन बनाए, लेकिन वे कभी भी सहज नहीं दिखे।

दूसरे टेस्ट में उन्हें टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी का मौका मिला, जहां उन्होंने घरेलू और काउंटी क्रिकेट में रन बनाए थे, लेकिन वहां भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। एजबेस्टन की सपाट पिच पर, जहां टीम इंडिया ने दोनों पारियों में मिलाकर 1000 से अधिक रन बनाए, करुण नायर ने पहले पारी में 31 और दूसरी पारी में 26 रन बनाए। कुल मिलाकर, वे केवल 57 रन ही बना सके।


गंभीर और Gill का समर्थन

करुण नायर को मिले मौके

करुण नायर ने इस टेस्ट सीरीज में अब तक दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में 29 की औसत से 87 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 31 रन रहा है। वे भारत की ओर से दोनों टेस्ट मैच खेलने के बाद सबसे कम रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। लेकिन जब तक गंभीर और गिल का समर्थन है, तब तक उन्हें डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।