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करुण नायर को मिल रहा है दूसरा मौका, गंभीर की कृपा से खेलेंगे बचे 3 टेस्ट

करुण नायर को इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में गंभीर के समर्थन से एक और मौका मिल रहा है। उन्होंने पहले तिहरा शतक बनाया था, लेकिन हाल के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है। क्या वह अपनी पुरानी फॉर्म वापस पा सकेंगे? इस लेख में जानें उनके करियर के उतार-चढ़ाव और आगामी टेस्ट मैचों में उनकी संभावनाएं।
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करुण नायर को मिल रहा है दूसरा मौका, गंभीर की कृपा से खेलेंगे बचे 3 टेस्ट

भारतीय क्रिकेट में वापसी का सपना

करुण नायर को मिल रहा है दूसरा मौका, गंभीर की कृपा से खेलेंगे बचे 3 टेस्ट

गंभीर: भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करना किसी सपने के सच होने जैसा होता है। जब एक खिलाड़ी को टीम से बाहर किया जाता है, तो उसके मन में यह उम्मीद रहती है कि उसे जल्द ही वापस बुलाया जाएगा। लेकिन जब लंबे समय बाद उसे मौका मिलता है और वह प्रदर्शन नहीं कर पाता, तो सवाल उठता है कि इसकी जिम्मेदारी किसकी है।


करुण नायर का संघर्ष

एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में केवल कोच गंभीर की वजह से मौका मिला, लेकिन फ्लॉप होने के बावजूद वह बाकी टेस्ट मैच खेलते हुए नजर आ सकते हैं।

एक समय तिहरा शतक, आज संघर्ष की चौखट पर

करुण नायर को मिल रहा है दूसरा मौका, गंभीर की कृपा से खेलेंगे बचे 3 टेस्टकरुण नायर ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक बनाकर यह साबित किया था कि वह खास हैं। अपने तीसरे टेस्ट में 303 रन बनाकर वह भारतीय क्रिकेट के कुछ चुनिंदा बल्लेबाजों में शामिल हो गए थे। लेकिन उसके बाद उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी रही, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपेक्षित होती है।


इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में नायर का प्रदर्शन

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहे हैं करुण नायर

अब तक चार पारियों में करुण नायर ने केवल 77 रन बनाए हैं। इनमें उनका सर्वोच्च स्कोर 31 रन है, जो दर्शाता है कि वह टिक नहीं पा रहे हैं। एक पारी में तो वह खाता भी नहीं खोल सके, जबकि अन्य पारियों में बड़ी पारी में बदलने में असफल रहे।

यह आंकड़ा और भी चौंकाने वाला है, जब अन्य बल्लेबाजों ने समान परिस्थितियों में दोहरे शतक और बड़ी पारियां खेली हैं। इंग्लैंड की पिचों पर जहां रन बन रहे हैं, वहीं नायर की बल्लेबाजी फीकी लग रही है।


आखिरी मौका

मौका अभी है, लेकिन अब नहीं चला बल्ला तो दरवाज़े बंद

भारतीय टेस्ट टीम में प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है। हर मैच में कई खिलाड़ी बाहर बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। अगर करुण नायर को एक और मौका मिलता है, तो यह उनके करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। चयनकर्ता और टीम प्रबंधन उन्हें समर्थन दे रहे हैं, लेकिन यह समर्थन भी एक सीमा तक ही टिकता है।

टीम की जीत भले ही उनकी असफलता को छिपा रही हो, लेकिन अगर आने वाली पारियों में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा, तो उनकी जगह खतरे में पड़ सकती है।


गंभीर का समर्थन

गंभीर के चलते मिल रहा है टीम में मौका

आखिरकार, सवाल यही है, क्या करुण नायर फिर से उस आत्मविश्वास को हासिल कर पाएंगे, जो उन्होंने तिहरा शतक लगाते समय दिखाया था? क्या वह घरेलू क्रिकेट की फॉर्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दोहरा पाएंगे?

फिलहाल, उनके पास एक और मौका है, क्योंकि कयास लगाए जा रहे हैं कि गंभीर उन्हें 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में बाकी बचे तीन मैचों में भी मौका दे सकते हैं। लेकिन अगर इस बार भी बल्ला खामोश रहा, तो यह करुण नायर की वापसी का अंत हो सकता है।