क्या भारत गुवाहाटी टेस्ट में 549 रनों का लक्ष्य हासिल कर पाएगा?
गुवाहाटी टेस्ट का अंतिम दिन: भारत की चुनौती
नई दिल्ली: गुवाहाटी टेस्ट का अंतिम दिन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक कठिन परीक्षा साबित हो रहा है। 549 रनों का विशाल लक्ष्य, 8 विकेट शेष और 106 ओवरों का सामना करना, यह सब मिलकर भारतीय टीम को केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नहीं, बल्कि अपने आत्मविश्वास और ऐतिहासिक आंकड़ों के खिलाफ भी खड़ा कर रहा है। मंगलवार की कठिन शुरुआत ने स्थिति को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या भारत इस मुकाबले को कम से कम ड्रॉ करा पाएगा?
गुवाहाटी की पिच, दक्षिण अफ्रीका की मजबूत गेंदबाजी और ऐतिहासिक आंकड़े, ये सभी भारत के खिलाफ हैं। पिछले 25 वर्षों में भारत ने चौथी पारी में इतने लंबे ओवरों का सामना नहीं किया है। यदि आज भारतीय टीम 106 ओवर खेल लेती है, तो यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय होगा। वर्तमान में, टीम 27/2 के स्कोर पर अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करेगी।
भारतीय पारी में गिरावट: दो विकेट गिरे
भारत की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। मंगलवार को यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल जल्दी आउट हो गए। बुधवार को नाइटवॉचमैन कुलदीप यादव और साई सुदर्शन बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभालेंगे।
दक्षिण अफ्रीका का दबदबा और भारत का लक्ष्य
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए। इसके जवाब में, भारतीय टीम केवल 201 रन पर सिमट गई, जिससे वह 288 रनों से पीछे रह गई। इसके बाद, दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी 260/5 पर घोषित कर दी, जिससे भारत को जीत के लिए 549 रनों का लक्ष्य मिला। भारत को इस मैच को जीतना होगा, क्योंकि कोलकाता टेस्ट में पहले ही उसे 30 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
क्या भारत सभी 90 ओवर खेल पाएगा?
भारत ने मंगलवार को 15.5 ओवर में 27/2 का स्कोर बनाया। अब टीम को आज 90 और ओवर खेलने हैं, यानी कुल मिलाकर 106 ओवर का सामना करना होगा। यह आसान नहीं है, क्योंकि 2000 के बाद भारत ने चौथी पारी में सबसे ज्यादा 98.3 ओवर खेले हैं, जो 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में हुआ था।
2001 में, भारत ने अहमदाबाद टेस्ट में 97 ओवर खेलकर ड्रॉ कराया था। 90 से अधिक ओवर खेलने के बाद भारत को कई बार हार का सामना करना पड़ा है। इतिहास यह बताता है कि 106 ओवर टिकना लगभग असंभव है, लेकिन क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़े चेज़
टेस्ट इतिहास में सबसे बड़े चेज़:
418 – वेस्टइंडीज बनाम ऑस्ट्रेलिया (2003)
414 – दक्षिण अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया (2008)
404 – ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड (1948)
403 – भारत बनाम वेस्टइंडीज (1976)
395 – वेस्टइंडीज बनाम बांग्लादेश (2021)
549 का लक्ष्य इस सूची से बहुत दूर है।
गुवाहाटी टेस्ट: दोनों टीमों की प्लेइंग XI
भारत: केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल, ऋषभ पंत (कप्तान/विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, नीतीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज
दक्षिण अफ्रीका: रयान रिकेल्टन, एडेन मार्करम, ट्रिस्टन स्टब्स, टेम्बा बावुमा (कप्तान), टोनी डी जोरजी, वियान मुल्डर, सेनुरन मुथुसामी, काइल वेरेने (विकेटकीपर), मार्को जानसेन, साइमन हार्मर, केशव महाराज
