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क्या मटन के बिना वैभव सूर्यवंशी का बल्ला चला रहा है? जानें उनकी कहानी

भारतीय क्रिकेट के युवा बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने एशिया कप में अपने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है। उनके पसंदीदा भोजन मटन के प्रति त्याग ने उनकी बैटिंग में गुस्से का रूप ले लिया है, जिससे उन्होंने UAE के खिलाफ 42 गेंदों में 144 रन बनाकर इतिहास रच दिया। जानें उनके परिवार की दिलचस्प बातें और आगामी मुकाबले में उनकी संभावनाएं।
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क्या मटन के बिना वैभव सूर्यवंशी का बल्ला चला रहा है? जानें उनकी कहानी

वैभव सूर्यवंशी का एशिया कप में धमाल


भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे वैभव सूर्यवंशी इस समय राइजिंग स्टार एशिया कप में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनके आक्रामक खेल के साथ-साथ उनके परिवार ने एक दिलचस्प जानकारी साझा की है, जो है उनका पसंदीदा भोजन, मटन।


वैभव की पसंदीदा डिश

वैभव की सबसे प्रिय डिश मटन और चावल है। उनके परिवार के सदस्य बताते हैं कि मटन के बिना वैभव का खाना अधूरा सा लगता था। हालांकि, क्रिकेट में कदम रखते ही उन्हें अपने खानपान में बदलाव करने पड़े, जिसका असर न केवल उन पर, बल्कि उनके विरोधियों पर भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है।


भाई उज्ज्वल का बयान

उनके बड़े भाई उज्ज्वल सूर्यवंशी ने कहा कि क्रिकेट में गंभीरता से कदम रखने के बाद वैभव ने अपनी डाइट पर ध्यान देना शुरू किया। फिटनेस के लिए उन्होंने अपने पसंदीदा मटन और चावल से दूरी बना ली। उज्ज्वल ने मजाक में कहा कि यह दूरी वैभव को परेशान कर रही है और उनका गुस्सा अब उनकी बैटिंग में झलक रहा है।


धमाकेदार पारी

वैभव सूर्यवंशी ने एशिया कप में UAE के खिलाफ पहले मैच में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने केवल 42 गेंदों में 144 रन बनाकर इतिहास रच दिया, जिसमें 15 छक्के और 11 चौके शामिल थे। इस पारी के साथ, वह किसी अंतरराष्ट्रीय T20 मैच में सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।


पाकिस्तान के खिलाफ अगला मुकाबला

अब भारतीय टीम का अगला मुकाबला पाकिस्तान से है, और वैभव की पिछली पारी को देखकर पाकिस्तानी टीम की चिंता बढ़ गई है। उनके भाई के अनुसार, मटन न खाने की खीज इस समय उनके बल्ले से बरस रही है। यदि वैभव की फॉर्म और गुस्सा पाकिस्तान के खिलाफ भी जारी रहा, तो मैच का परिणाम विपक्ष के पक्ष में जाना मुश्किल होगा।


भारतीय क्रिकेट का भविष्य

कुल मिलाकर, वैभव सूर्यवंशी का मटन के प्रति त्याग भारतीय टीम के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। जिस ऊर्जा के साथ वह खेल रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि यह युवा बल्लेबाज़ भविष्य में भारतीय क्रिकेट के बड़े सितारों में शामिल होने की क्षमता रखता है।