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क्या मोहम्मद शमी को टीम में शामिल नहीं करने का फैसला सही है?

भारतीय क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में वापसी की कोशिश की है, लेकिन मोहम्मद शमी को टीम में शामिल नहीं करने का निर्णय सवाल खड़ा करता है। क्या यह सही है? जानें इस लेख में शमी के अनुभव और चयन के पीछे के कारणों के बारे में।
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क्या मोहम्मद शमी को टीम में शामिल नहीं करने का फैसला सही है?

IND vs SA ODI: भारतीय टीम की चुनौती


IND vs SA ODI: भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार के बाद वनडे सीरीज में वापसी करने की कोशिश की है। हालाँकि, पिछले दो मैचों में मेज़बान टीम के गेंदबाजों के प्रदर्शन ने 350+ स्कोर को भी कमतर साबित कर दिया है। खासकर तेज गेंदबाजी में अनुभव की कमी स्पष्ट रूप से देखी जा रही है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के खिलाफ अनुभवी गेंदबाज को टीम में क्यों नहीं शामिल किया गया?


टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी गेंदबाजों को शामिल किया गया था, लेकिन मोहम्मद शमी को मौका नहीं दिया गया। वनडे सीरीज में भी बुमराह और सिराज को नहीं लिया गया, जबकि शमी को सिलेक्टर्स ने नजरअंदाज कर दिया। इस तेज गेंदबाज को न चुनने का कोई स्पष्ट कारण नहीं दिखता। वहीं, हर्षित राणा और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे युवा गेंदबाजों को बार-बार मौका दिया जा रहा है, जिनके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव नहीं है। हर्षित ने 10 वनडे मैचों में 23.35 की औसत से 20 विकेट लिए हैं, जबकि प्रसिद्ध ने 20 मैचों में 28.09 की औसत से 33 विकेट चटकाए हैं।


मोहम्मद शमी के अनुभव की बात करें तो उन्होंने 107 पारियों में 24.05 की औसत से 206 विकेट लिए हैं। 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में उनके शानदार प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, जिसके कारण भारत फाइनल तक पहुंचा। लेकिन, चीफ सिलेक्टर अजित अगरकर और कोच गौतम गंभीर द्वारा उन्हें बार-बार नजरअंदाज करना और युवा तेज गेंदबाजों को मौका देना कई सवाल खड़े करता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम प्रबंधन अपनी पिछली गलतियों से सीखता है या नहीं?