क्या शार्दुल ठाकुर का चयन सही है? नवजोत सिद्धू ने उठाए सवाल

शार्दुल ठाकुर का चयन विवादित
इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के मैनचेस्टर टेस्ट में भारतीय टीम में शार्दुल ठाकुर को शामिल करने के निर्णय पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू ने कड़ी आलोचना की है। सिद्धू ने शार्दुल को “टुकड़ों में बंटा हुआ” क्रिकेटर बताते हुए कहा कि ऐसे खिलाड़ी विदेशी परिस्थितियों में टीम को जीत दिलाने में सक्षम नहीं होंगे।
शार्दुल का चयन कैसे हुआ?
शार्दुल ठाकुर को तब टीम में शामिल किया गया जब मुख्य तेज गेंदबाज नीतीश कुमार रेड्डी चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए। भारत ने चौथे टेस्ट के लिए अपनी एकादश में तीन बदलाव किए, जिसमें करुण नायर, नीतीश और आकाशदीप की जगह साई सुदर्शन, शार्दुल ठाकुर और अंशुल कंबोज को मौका मिला। पहले दिन के खेल में भारत का स्कोर 264/4 था, जिसमें शार्दुल 19 रन बनाकर नाबाद थे। हालांकि, सिद्धू का मानना है कि शार्दुल का चयन सही नहीं था, भले ही वे अर्धशतक भी बना दें।
सिद्धू की आलोचना का कारण
सिद्धू ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “अगर शार्दुल आठवें नंबर पर अर्धशतक भी बना लेते हैं, तब भी यह चयन सही साबित नहीं होता क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में विशेषज्ञ खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। छोटे-छोटे खिलाड़ियों का प्रदर्शन वनडे में अच्छा हो सकता है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की मांग अलग होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर शार्दुल को गेंदबाजी में अधिक मौके मिलते, तो उनका चयन सही ठहराया जा सकता था, लेकिन टीम उन्हें सीमित ओवर ही देती है।
शार्दुल को 'टुकड़ों में बंटा हुआ' क्रिकेटर कहा
सिद्धू ने शार्दुल ठाकुर को ‘बिट्स एंड पीसेज़’ यानी टुकड़ों में खेलने वाला क्रिकेटर करार दिया। उनका कहना था कि टीम प्रबंधन ने बल्लेबाजी की गहराई बढ़ाने के लिए गेंदबाजी विभाग में समझौता किया है, जो भारत के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, “आठवें नंबर पर जो खिलाड़ी होता है, उससे क्या आप विकेट लेना चाहते हैं या बल्लेबाजी में गहराई? अगर आप गहराई चाहते हैं, तो फिर 200 रन जैसे बड़े स्कोर क्यों नहीं बनते?”
भारतीय टीम की चुनौतियां
सिद्धू के अनुसार, भारतीय टीम के लिए विदेशी धरती पर जीत हासिल करना आसान नहीं है, और इसलिए टीम को विशेषज्ञ गेंदबाजों और बल्लेबाजों के साथ उतरना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह समझौता भारत के पक्ष में नहीं जाएगा।
ऋषभ पंत की चोट ने बढ़ाई मुश्किलें
मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन ऋषभ पंत को गंभीर चोट लगी, जिससे उन्हें एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के बाकी मैचों से बाहर होना पड़ा। पंत के बाहर होने के बाद अब टीम की जिम्मेदारी रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर पर आ गई है, जो भारत को दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत देने की कोशिश कर रहे हैं। पंत को रिवर्स स्वीप खेलते समय पैर की अंगुली में फ्रैक्चर हुआ था, जिसके कारण वे मैदान से बाहर हो गए थे।