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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 2024-25 में बड़ा घाटा, खर्चों में वृद्धि का असर

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 2024-25 में 11.3 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का घाटा दर्ज किया है, जबकि कुल आय में वृद्धि हुई है। बढ़ते खर्चों के कारण मुनाफा नहीं हो पाया। सीए के सीईओ भविष्य के प्रति आशावादी हैं, खासकर एशेज सीरीज और भारत की सफेद गेंद सीरीज से होने वाली संभावित आय को लेकर। जानें इस वित्तीय संकट के पीछे के कारण और सीए की भविष्य की योजनाएं।
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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 2024-25 में बड़ा घाटा, खर्चों में वृद्धि का असर

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का वित्तीय संकट


नई दिल्ली: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने 2024-25 के वित्तीय वर्ष में एक बड़ा घाटा दर्ज किया है। रोहित शर्मा और विराट कोहली की शानदार वापसी के साथ भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन परिणाम अपेक्षित नहीं रहे।


सीए को 11.3 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर (लगभग 7.34 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का शुद्ध नुकसान हुआ है। पिछले वर्ष की तुलना में सीए की कुल आय 49.2 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर बढ़कर 453.7 मिलियन हो गई, फिर भी नुकसान झेलना पड़ा।


बढ़ते खर्चों का प्रभाव

हालांकि, बढ़ते खर्चों ने सभी आय को प्रभावित किया। कुल खर्च 24.1 मिलियन डॉलर बढ़ गया, जिसमें भारत सीरीज के मार्केटिंग खर्च और राष्ट्रीय टीमों के अतिरिक्त 70 दिनों के अंतरराष्ट्रीय दौरे शामिल थे। नतीजतन, आय में वृद्धि हुई लेकिन मुनाफा नहीं बना।


राज्यों के बीच विवाद

सीए ने अपने सदस्य राज्यों और क्षेत्रों को 120.9 मिलियन डॉलर का वितरण किया, जो पिछले वर्ष से केवल 800,000 डॉलर अधिक था। क्रिकेट विक्टोरिया (सीवी) ने इस पर कड़ी आलोचना की। सीवी के चेयरमैन रॉस हेपबर्न ने कहा, "एक और साल सीए घाटे के साथ बैलेंस शीट पेश कर रहा है। सदस्य फंड्स में कमी आई है।"


उन्होंने यह भी कहा कि 2019 से अब तक कोविड और वर्ल्ड कप की आय को छोड़कर सीए के खातों में भारी घाटा है। यह निराशाजनक है कि रिकॉर्ड आय के बावजूद मुनाफा नहीं हो पाया।


भविष्य की संभावनाएं

सीए के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग भविष्य के प्रति आशावादी हैं। उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय चक्र में एशेज सीरीज (21 नवंबर 2025 से पर्थ में शुरू) से कमर्शियल और स्पॉन्सरशिप आय 69 मिलियन से बढ़कर 86 मिलियन डॉलर हो जाएगी।


सीए की सीएफओ सारा प्राग्नेल ने बताया, "एशेज और भारत की सफेद गेंद सीरीज से सीए को बड़ा मुनाफा होगा। इससे नेट एसेट्स और कैश रिजर्व मजबूत होंगे।"


बिग बैश लीग में निजी निवेश की योजना

सीए लंबे समय की मजबूती के लिए बिग बैश लीग (बीबीएल) टीमों में निजी निवेश लाने की योजना बना रहा है। इससे लीग आईपीएल जैसी वैश्विक टी20 लीगों से प्रतिस्पर्धा कर सकेगी। हालांकि, सदस्य राज्यों को मनाना एक बड़ी चुनौती है।