Newzfatafatlogo

क्रिकेट जगत में शोक: मुंबई के पूर्व गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधन

क्रिकेट जगत में शोक का माहौल है, क्योंकि मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधन हो गया है। 30 मई को कार्डियक अटैक के कारण उनका निधन हुआ। उन्हें 'स्विंग ऑफ किंग' के नाम से जाना जाता था और उन्होंने अपने करियर में कई रणजी ट्रॉफी खिताबों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जानें उनके जीवन और क्रिकेट करियर के बारे में अधिक जानकारी इस लेख में।
 | 
क्रिकेट जगत में शोक: मुंबई के पूर्व गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधन

IPL प्लेऑफ के बीच क्रिकेट में शोक का माहौल

क्रिकेट जगत में शोक: मुंबई के पूर्व गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधन

आईपीएल 2025 के प्लेऑफ का दौर चल रहा है, और चैंपियन का नाम जल्द ही सामने आएगा। लेकिन इस बार का आईपीएल कई दुखद घटनाओं के कारण भी याद किया जाएगा।

आईपीएल के 18वें सीजन में दूसरी बार खेल को बीच में ही रोकना पड़ा है, और इसी दौरान एक दिग्गज खिलाड़ी की मृत्यु ने क्रिकेट जगत को गहरे सदमे में डाल दिया है। आइए जानते हैं कि वह कौन सा खिलाड़ी है जिसने भारतीय क्रिकेट को प्रभावित किया है।


अब्दुल इस्माइल का निधन

मुंबई के तेज गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधन

क्रिकेट जगत में शोक: मुंबई के पूर्व गेंदबाज अब्दुल इस्माइल का निधनअब्दुल इस्माइल, जो मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज थे, का निधन 30 मई को कार्डियक अटैक के कारण हुआ। उन्होंने 79 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।

उन्हें “स्विंग ऑफ किंग” के नाम से भी जाना जाता था, क्योंकि उनकी गेंदबाजी में स्विंग करने की अद्भुत क्षमता थी, जिससे बल्लेबाजों के लिए उन्हें खेलना कठिन हो जाता था।


मुंबई के पेस ट्रायो का महत्वपूर्ण हिस्सा

मुंबई के पेस ट्रायो का अहम सदस्य

अब्दुल ने अपने करियर की शुरुआत ईरानी ट्रॉफी में की थी और इसके बाद उन्होंने कई बार मुंबई को रणजी ट्रॉफी जिताने में मदद की। वह कर्सन घावरी और एकनाथ सोलकर के साथ मिलकर एक शानदार पेस ट्रायो का हिस्सा थे।


रणजी ट्रॉफी में योगदान

रणजी जिताने में निभाई थी अहम भूमिका

हालांकि, इतने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अब्दुल इस्माइल कभी भी भारतीय टीम के लिए नहीं खेल पाए। उन्होंने 1969/70 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और 1977/78 में अपना अंतिम मैच खेला। उनके खेल के दौरान मुंबई ने 5 बार रणजी ट्रॉफी जीती।

अब्दुल का प्रदर्शन

अब्दुल का घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने 79 फर्स्ट क्लास मैचों में 18 की औसत से 244 विकेट लिए। इसके अलावा, उन्होंने लिस्ट ए में 4 मैच खेले और 2 विकेट लिए।