Newzfatafatlogo

क्रिस वोक्स की बहादुरी: इंग्लैंड के लिए बल्लेबाजी करेंगे, क्या बनेगा नया इतिहास?

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट मैच के अंतिम दिन, इंग्लैंड को जीत के लिए 35 रन की जरूरत है। क्रिस वोक्स, जो चोटिल थे, अब बल्लेबाजी के लिए तैयार हैं। जो रूट ने उनकी बहादुरी की प्रशंसा की है। इस बीच, सलीम मलिक की 1986 की यादगार पारी भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। क्या वोक्स अपनी टीम को जीत दिला पाएंगे? जानें इस रोमांचक मुकाबले के बारे में!
 | 
क्रिस वोक्स की बहादुरी: इंग्लैंड के लिए बल्लेबाजी करेंगे, क्या बनेगा नया इतिहास?

भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच का रोमांचक अंत

आज भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवें टेस्ट मैच का अंतिम दिन खेला जा रहा है। इस समय इंग्लैंड को जीत के लिए 35 रन की आवश्यकता है, जबकि भारत को चार विकेट की दरकार है। मैच ने एक रोमांचक मोड़ ले लिया है, और सभी खिलाड़ी अपनी पूरी मेहनत के साथ मैदान में हैं.


क्रिस वोक्स की वापसी

मैच की शुरुआत से पहले इंग्लैंड के लिए एक सकारात्मक खबर आई है। चोटिल होने के बावजूद, क्रिस वोक्स बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। कंधे की चोट के कारण यह माना जा रहा था कि वह इस सीरीज में आगे नहीं खेल पाएंगे, लेकिन अब उन्होंने खुद को खेलने के लिए तैयार बताया है.


जो रूट की प्रशंसा

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने वोक्स के जज्बे की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस पूरी सीरीज में खिलाड़ी अपनी सेहत की परवाह किए बिना टीम के लिए खेल रहे हैं। रूट ने बताया कि वोक्स को काफी दर्द हो रहा है, फिर भी उन्होंने नेट्स में थ्रोडाउन लिए हैं और जरूरत पड़ने पर खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

क्रिस वोक्स के जज्बे को देखकर सोशल मीडिया पर 1986 की एक पुरानी वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रही है। यह वीडियो पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज सलीम मलिक की है, जिन्होंने टूटी हुई कलाई के बावजूद बल्लेबाजी जारी रखी थी.


सलीम मलिक की अद्भुत पारी

1986 के फैसलाबाद टेस्ट में, वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज मैल्कम मार्शल की एक गेंद सलीम मलिक के बाएं हाथ पर लगी थी, जिससे उनका हाथ टूट गया था। इसके बावजूद, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और प्लास्टर बांधकर बल्लेबाजी जारी रखी। उन्होंने पहले बाएं हाथ से और फिर दाएं हाथ से बल्लेबाजी की.


टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान

सलीम मलिक और वसीम अकरम ने आखिरी विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी की, जिससे पाकिस्तान को उस मैच में यादगार जीत मिली। यह पारी इसलिए याद की जा रही है क्योंकि क्रिस वोक्स भी इसी जज्बे के साथ चोट के बावजूद इंग्लैंड की जीत के लिए खेलने को तैयार हैं.