गौतम गंभीर बनाम राहुल द्रविड़: कौन हैं बेहतर कोच? आंकड़े क्या कहते हैं?

गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम का प्रदर्शन

गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनाए जाने के बाद से टेस्ट क्रिकेट में टीम की स्थिति में गिरावट आई है। गंभीर की कोचिंग में टीम को अपने ही मैदान पर न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई। जब भारतीय टीम ने 144 सालों में पहली बार अपने घर में टेस्ट सीरीज में हार का सामना किया, तो राहुल द्रविड़ के समर्थकों ने गंभीर पर निशाना साधा।
इस लेख में हम गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ के आंकड़ों की तुलना करेंगे और देखेंगे कि किस कोच के तहत भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहतर रहा है। दोनों कोचों ने अपनी कोचिंग में भारतीय टीम को किन-किन टूर्नामेंटों में जीत दिलाई और किन-किन में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि गंभीर ने अभी अपने कार्यकाल का पहला साल ही पूरा किया है।
गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ की कोचिंग की शुरुआत
Gautam Gambhir vs Rahul Dravid: कब हुए थे दोनों दिग्गज कोच नियुक्त

राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का कोच नवंबर 2021 में नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 2024 टी20आई वर्ल्ड कप के बाद समाप्त हुआ। वहीं, गौतम गंभीर को 2024 टी20आई वर्ल्ड कप के बाद कोच बनाया गया और उनका पहला दौरा श्रीलंका का था।
टेस्ट क्रिकेट में दोनों के आंकड़े
टेस्ट क्रिकेट में दोनों के आकड़े
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने 24 टेस्ट मैच खेले, जिसमें से 15 में जीत, 7 में हार और 2 मैच ड्रॉ रहे। वहीं, गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम ने 15 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 5 में जीत, 8 में हार और 2 ड्रॉ रहे।
ओडीआई में दोनों के आंकड़े
ओडीआई में दोनों के आकड़े
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने 67 ओडीआई मैच खेले, जिसमें 45 में जीत और 18 में हार मिली। गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम ने ओडीआई में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने इंग्लैंड को हराया और चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
टी20आई में दोनों के आंकड़े
टी20आई में दोनों के आकड़े
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने 52 टी20 मैच खेले, जिसमें 35 में जीत और 14 में हार मिली। गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम ने 11 टी20 मैच खेले, जिसमें 10 में जीत और 1 में हार मिली।
निष्कर्ष
निष्कर्ष
आंकड़ों के अनुसार, राहुल द्रविड़ का प्रदर्शन गौतम गंभीर से बेहतर रहा है। हालांकि, गंभीर का कार्यकाल अभी शुरू हुआ है और भविष्य में उनके आंकड़ों में सुधार हो सकता है।