चांदी की कीमतों में उछाल: निवेशकों के लिए सोने से बेहतर विकल्प

चांदी और सोने का बढ़ता आकर्षण
वित्तीय जोखिमों और वैश्विक अस्थिरता के चलते, चांदी और सोना निवेशकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनते जा रहे हैं। पारंपरिक रूप से भारतीय निवेशक सोने को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन हाल के दिनों में चांदी ने निवेश के मामले में सोने को पीछे छोड़ दिया है। चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है, और आज यह अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
चांदी की कीमत 1,16,551 रुपये पर पहुंची
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर आज 1 किलो चांदी की कीमत 1,16,551 रुपये दर्ज की गई, जो अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी 14 साल के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही है। वहीं, सोने की कीमत की बात करें तो आज, 23 जुलाई 2025 को, 10 ग्राम सोना 1,00,555 रुपये पर रहा, जो इसके अब तक के सर्वोच्च स्तर के करीब है।
निवेश पर नजर
पिछले एक महीने में सोने ने लगभग 3% का रिटर्न दिया है, जबकि चांदी ने 9% तक का लाभ दिया है। पिछले 12 महीनों में सोने ने 32% रिटर्न दिया है, जबकि चांदी ने 36% का शानदार रिटर्न दर्ज किया है।
चांदी का फंडामेंटल गोल्ड से बेहतर
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी का फंडामेंटल गोल्ड से अधिक मजबूत है। सोने की बढ़ती कीमतों के कारण, आम लोग अब चांदी को एक विकल्प के रूप में देख रहे हैं, जिससे इसकी मांग में वृद्धि हुई है। यह लगातार चौथा वर्ष है जब चांदी की औद्योगिक मांग उच्च बनी हुई है।
इसके अलावा, चीन में ऑटो इलेक्ट्रिक क्षेत्र में बढ़ते निवेश के कारण भी चांदी की वैश्विक मांग में वृद्धि हुई है। अनुमान है कि आने वाले समय में, विशेषकर दिवाली तक, चांदी और सोने दोनों की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है।