जगाधरी के खिलाड़ियों ने हरियाणा ओलंपिक गेम्स में किया कमाल
हरियाणा ओलंपिक गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ी
जगाधरी। हरियाणा ओलंपिक गेम्स के ट्रैक एंड फील्ड एथलेटिक्स इवेंट में दो खिलाड़ियों ने जिले का नाम रोशन किया है। दोनों ने एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण और कांस्य पदक जीते हैं। समापन समारोह में हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष कैप्टन जसविंद्र मीनू बैनीवाल, कार्यकारी सदस्य रोहित पुंडीर, आईआरएस रवि यादव, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य राजकुमार मिटान और एथलेटिक्स हरियाणा के निदेशक नरेंद्र मोर ने विजेताओं को पदक पहनाकर सम्मानित किया।
प्रतियोगिता का आयोजन और खिलाड़ियों का प्रदर्शन
एथलेटिक्स संघ के जिलाध्यक्ष एवं कोच प्रवीण कुमार ने बताया कि ओलंपिक खेल प्रतियोगिताएं दो से आठ नवंबर तक विभिन्न जिलों में आयोजित की गईं। ट्रैक एंड फील्ड इवेंट ताऊ देवीलाल खेल परिसर, गुरुग्राम में चार से छह नवंबर तक हुईं। खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और स्वर्ण व कांस्य पदक जीते। रोहित ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया।
गगनदीप कौर का कांस्य पदक
गगनदीप कौर ने लंबी कूद में कांस्य पदक जीतकर जिले का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया है। गृह क्षेत्र लौटने पर खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया जाएगा। रोहित ने पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है, जब उन्होंने रांची में दक्षिण एशियाई खेलों में 2.15 मीटर ऊंची छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता था।
विवान गुप्ता बने सीरीज-7 के उपविजेता
जगाधरी। ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन द्वारा अंडर-12 चैंपियनशिप सीरीज-7 का आयोजन किया गया। यह टूर्नामेंट तीन से सात नवंबर तक जींद की इंडस टेनिस एकेडमी में हुआ। शहर के विवान गुप्ता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक पहुंचकर उपविजेता बने।
फाइनल मुकाबला और विवान का प्रदर्शन
फाइनल में विवान का सामना राष्ट्रीय रैंक 166 के खिलाड़ी अंगद जतैन से हुआ। यह मैच बेहद रोमांचक रहा, जिसमें विवान ने पहले सेट को 6-2 से जीता। दूसरे सेट में वे 4-2 से आगे थे, लेकिन सेट टाईब्रेक में हार गए। निर्णायक सुपर टाईब्रेक में भी मुकाबला नजदीकी रहा, जिसमें विवान 8-10 से हार गए।
विवान की मेहनत और लक्ष्य
पूरे सप्ताह विवान ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए सभी प्रतिद्वंद्वियों को बिना कोई सेट गंवाए पराजित किया। यह उनकी मेहनत और अनुशासन का परिणाम है। विवान दिसंबर में 11 वर्ष के हो जाएंगे, जबकि उनके फाइनल प्रतिद्वंदी उनसे एक वर्ष बड़े थे। विवान ने बताया कि उनका लक्ष्य अगले वर्ष तक अंडर-12 में टॉप-10 रैंक प्राप्त करना है।
