जसप्रीत बुमराह की फिटनेस पर ध्यान: इंग्लैंड दौरे की तैयारी

भारत का इंग्लैंड दौरा
जसप्रीत बुमराह: भारत 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला आरंभ करने जा रहा है। यह श्रृंखला लीड्स में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी, इसके बाद एजबेस्टन, लॉर्ड्स, ओल्ड ट्रैफर्ड और द ओवल में चार अन्य टेस्ट मैच खेले जाएंगे। भारत इस श्रृंखला में मजबूत प्रदर्शन कर नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र (2025-2027) की शुरुआत करना चाहता है।
बुमराह की फिटनेस पर चिंता
हालांकि, यह सवाल उठता है कि क्या भारत का प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सभी पांच टेस्ट मैचों में खेल पाएंगे। भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने इस विषय पर कोच गौतम गंभीर को महत्वपूर्ण सलाह दी है।
बुमराह की चोट से बचाव
बीसीसीआई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि बुमराह की चोट से बचाने के लिए उनके वर्कलोड का ध्यान रखा जाएगा। 24 मई को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा करते समय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा था कि बुमराह कुछ टेस्ट मैचों में नहीं खेलेंगे। 5 जून को इंग्लैंड रवाना होने से पहले गौतम गंभीर ने भी इस बात की पुष्टि की थी।
अरुण ने कहा, "बुमराह का उपयोग न तो अधिक होना चाहिए और न ही कम। दोनों ही स्थितियों में चोट का खतरा बढ़ सकता है। हम यह नियंत्रित नहीं कर सकते कि वह एक मैच में कितने ओवर फेंकेंगे, लेकिन उनके प्रैक्टिस सेशन को कम किया जा सकता है।"
रिकवरी और सपोर्ट सिस्टम
उन्होंने आगे कहा, "मैच में फेंके गए ओवरों के आधार पर बुमराह के प्रैक्टिस सेशन को हल्का करना चाहिए। उनकी रिकवरी के लिए जिम में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या फिजियो के साथ काम किया जा सकता है।" अरुण ने यह भी बताया कि बुमराह की उपस्थिति केवल उनकी गेंदबाजी के कारण महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि वे अन्य गेंदबाजों को भी प्रेरित करते हैं।
अन्य गेंदबाजों की भूमिका
अरुण का मानना है कि यदि अन्य भारतीय गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो बुमराह पर काम का बोझ कम होगा और वे सभी पांच टेस्ट खेल सकेंगे। उन्होंने कहा, "यदि अन्य गेंदबाज मजबूती से गेंदबाजी करते हैं, तो बुमराह को संभालकर रखा जा सकता है। यदि बुमराह को अधिक ओवर फेंकने पड़े, तो शायद वे सभी टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। इसलिए अन्य गेंदबाजों का समर्थन बहुत आवश्यक है।"