जैस्मिन लंबोरिया ने लिवरपूल में विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण पदक

भारतीय मुक्केबाजी की ऐतिहासिक रात
लिवरपूल: भारतीय मुक्केबाजी के लिए शनिवार की रात एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई, जब जैस्मिन लंबोरिया ने इंग्लैंड के लिवरपूल में आयोजित विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग के फाइनल में, जैस्मिन ने पोलैंड की ओलंपिक रजत पदक विजेता जूलिया स्जेरेमेटा को हराया। इस शानदार उपलब्धि के साथ, नूपुर ने महिलाओं के +80 किग्रा वर्ग में रजत पदक भी जीता।
24 वर्षीय जैस्मिन का फाइनल मुकाबला शुरू में काफी चुनौतीपूर्ण था। स्थानीय पोलिश समर्थकों के शोर के बीच, स्जेरेमेटा ने शुरुआती बढ़त बना ली। लेकिन, जैस्मिन ने दूसरे राउंड में शानदार वापसी की, अपनी लंबाई और तेज जवाबी हमलों का उपयोग करते हुए मुकाबले पर नियंत्रण बना लिया। अंततः, उन्होंने 4-1 के स्प्लिट डिसीजन से जीत हासिल की, जिससे भारत को इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण पदक मिला।
अपनी जीत के बाद, भावुक जैस्मिन ने कहा, 'इस अनुभव को शब्दों में नहीं कह सकती, मैं विश्व चैंपियन बनकर बहुत खुश हूं। पेरिस 2024 ओलंपिक में जल्दी बाहर होने के बाद, मैंने अपनी तकनीक और मानसिक मजबूती पर बहुत मेहनत की। यह पदक एक साल के कठिन परिश्रम का परिणाम है।'
वहीं, हैवीवेट मुक्केबाज नूपुर ने महिलाओं के +80 किग्रा फाइनल में पोलैंड की अगाता काजमर्स्का के खिलाफ कड़ा मुकाबला किया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। करीबी मुकाबले में काजमर्स्का ने नूपुर की लंबाई का फायदा नहीं उठाने दिया और अंत में 3-2 के स्प्लिट डिसीजन से जीत दर्ज की, जिससे नूपुर को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
यह भारत के लिए अब तक के सबसे सफल अभियानों में से एक रहा है। इससे पहले, पूजा रानी ने सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक जीता था। यह पहली बार है जब भारत की तीन महिला मुक्केबाज- मीनाक्षी (48 किग्रा), जैस्मिन (57 किग्रा), और नूपुर (80 किग्रा) विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचीं।