झारखंड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में हरियाणा को हराकर पहली बार जीती
झारखंड की ऐतिहासिक जीत
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 का फाइनल झारखंड के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बन गया। पुणे के एमसीए स्टेडियम में आयोजित इस मुकाबले में झारखंड ने हरियाणा को 69 रन से हराकर पहली बार यह प्रतिष्ठित टी20 ट्रॉफी अपने नाम की। इस जीत का श्रेय कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को जाता है, जिन्होंने फाइनल में शानदार शतक बनाकर मैच का रुख बदल दिया।
फाइनल का संक्षिप्त विवरण
फाइनल का सारांश एक नजर में
- टूर्नामेंट: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025
- मुकाबला: हरियाणा बनाम झारखंड
- स्थान: एमसीए स्टेडियम, पुणे
- परिणाम: झारखंड ने 69 रन से जीत दर्ज की
- प्लेयर ऑफ द मैच: ईशान किशन
ईशान किशन की शानदार पारी
ईशान किशन की कप्तानी पारी ने बदला खेल
झारखंड की इस ऐतिहासिक जीत में ईशान किशन की 101 रन की तूफानी पारी निर्णायक साबित हुई। उन्होंने 49 गेंदों में 6 चौके और 10 छक्के लगाते हुए हरियाणा के गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। खास बात यह रही कि किशन ने केवल 45 गेंदों में शतक पूरा किया।
इस पारी के साथ ईशान किशन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इसके अलावा, टूर्नामेंट के इतिहास में उनके नाम अब कुल 5 शतक हो गए हैं, जो उन्हें इस रिकॉर्ड में संयुक्त रूप से शीर्ष पर ले जाता है।
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि किशन की यह पारी भारतीय घरेलू टी20 क्रिकेट में अब तक की सबसे प्रभावशाली फाइनल पारियों में गिनी जाएगी।
झारखंड की बल्लेबाजी और हरियाणा की रणनीति
झारखंड की बल्लेबाजी, हरियाणा की रणनीति पर भारी
हरियाणा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया, लेकिन यह उनके लिए गलत साबित हुआ। झारखंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 3 विकेट पर 262 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
झारखंड की प्रमुख पारियां
- ईशान किशन: 101 रन
- कुमार कुशाग्र: 81 रन
- अनुकूल रॉय: 40 रन नाबाद
- रॉबिन मिंज: 31 रन नाबाद
हरियाणा की ओर से अंशुल कंबोज, सुमित कुमार और समंत झाखड़ को एक-एक सफलता मिली, लेकिन रन गति पर कोई नियंत्रण नहीं बन पाया।
हरियाणा की पारी का अंत
लक्ष्य का दबाव, हरियाणा की पारी बिखरी
263 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए हरियाणा की टीम शुरुआत से ही दबाव में दिखी। पूरी टीम 18.3 ओवर में 193 रन पर सिमट गई।
हरियाणा की ओर से
- यशवर्धन दलाल: 53 रन
- कप्तान अंकित कुमार: खाता खोले बिना आउट
झारखंड की घातक गेंदबाजी
- सुशांत मिश्रा: 3 विकेट
- बाल कृष्णा: 3 विकेट
- अनुकूल रॉय: 2 विकेट
- विकास सिंह: 2 विकेट
गेंदबाजों की इस संतुलित और अनुशासित प्रदर्शन ने झारखंड की जीत पर मुहर लगा दी।
झारखंड की जीत का महत्व
यह जीत क्यों है खास
झारखंड लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में प्रतिभाओं की नर्सरी माना जाता रहा है, लेकिन बड़े टूर्नामेंट की ट्रॉफी अब तक दूर थी। इस जीत ने राज्य के क्रिकेट ढांचे, युवा खिलाड़ियों और भविष्य की संभावनाओं को नई पहचान दी है।
पूर्व क्रिकेटरों का कहना है कि यह जीत झारखंड से आने वाले खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगी।
भविष्य की संभावनाएं
आगे क्या
इस प्रदर्शन के बाद ईशान किशन और झारखंड के कई खिलाड़ियों पर आईपीएल और भारतीय टीम चयनकर्ताओं की नजरें टिकी रहेंगी। घरेलू टी20 क्रिकेट में यह फाइनल आने वाले सीजन के लिए एक नया बेंचमार्क भी बन गया है।
